दीपावली 24 अक्टूबर को मनेगी। इस दिन कार्तिक अमावस्या शाम 5.30 के बाद शुरू होगी। शाम को लक्ष्मी पूजा के समय चित्रा नक्षत्र रहेगा और पांच राजयोग बनेंगे। इनके साथ बुध, गुरु, शुक्र और शनि का दुर्लभ संयोग बनेगा। इस तरह ये लक्ष्मी पर्व सुख-समृद्धि देने वाला रहेगा।
अर्थव्यवस्था मजबूत होगी
लक्ष्मी पूजा चित्रा नक्षत्र में होगी। इसके स्वामी मंगल हैं। मंगल के कारण प्रॉपर्टी और इलेक्ट्रॉनिक कारोबार में तेजी आने के योग हैं। व्यापार का कारक बुध भी इस दिन उच्च राशि में रहेगा। इससे बड़े लेन-देन और निवेश के लिए पूरा साल शुभ होगा। बिजनेस में भी फायदा मिलेगा। बृहस्पति और शुक्र के कारण खरीदारी से सुख-समृद्धि बढ़ेगी। शनि के प्रभाव से खरीदी-बिक्री का फायदा लंबे समय तक मिलेगा।
देश के लिए चार ग्रहों का शुभ योग
बुध से आगे वाली राशि में सूर्य-शुक्र होने से आर्थिक उन्नति के योग बनेंगे। शुक्र और बुध से लोगों के बिजनेस में सुधार और आर्थिक मजबूती आएगी। गुरु और बुध अपनी राशियों में होकर आमने-सामने रहेंगे। इस विशेष धन योग के प्रभाव से भारत की व्यवसायिक स्थिति मजबूत होगी। मंदी दूर होगी। आईटी क्षेत्र के बाजार बढ़ेंगे। संचार के क्षेत्र में मजबूती आएगी। गुरु पर शनि की दृष्टि रहेगी। इसलिए दिवाली से करीब तीन महीने बाद चांदी की कीमत बढ़ेगी। बाकी धातुओं के दाम में उतार-चढ़ाव रहेगा।
इस दिवाली पर मालव्य, शश, गजकेसरी, हर्ष और विमल नाम के राजयोग बन रहे हैं। इन पांच शुभ योग में पूजा के साथ खरीदारी, लेन-देन, निवेश और नए कामों की शुरुआत शुभ रहेगी।
आर्थिक विकास के योग हैं।
शनि से वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। निचले तबके के लोगों को रोजगार के अच्छे मौके मिलेंगे। राष्ट्रीय परियोजनाओं को सफलता मिलेगी। दीपावली पर बुध का अपनी ही राशि में होना शुभ है। इससे देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव दिखेंगे। शनि भी अपनी ही राशि में होगा।
अधिकारियों की जिम्मेदारियां बदलेंगी। जिससे रुके हुए बड़े काम पूरे होंगे। प्रशासन पर आम लोगों का भरोसा बढ़ेगा। बुध के उच्च राशि में होने से सब्जियां और दालों के दामों में कमी आ सकती है। खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। बृहस्पति से शुभ कामों में विकास होगा। बड़े प्रशासनिक फैसले हो सकते हैं। अ चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, दालें और सोयाबीन का उत्पादन बढ़ेगा और इनकी कीमतों से फायदा भी मिलेगा।