भारत ने श्रीलंका को 20 ओवर में नौ विकेट पर 65 रन पर रोकने के बाद 8.3 ओवर में दो विकेट पर 71 रन बनाकर मैच जीत लिया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 51 रन की मैच विजयी पारी खेली। कप्तान हरमनप्रीत कौर 11 रन पर नाबाद रहीं।
मंधाना ने छक्का मारकर मैच समाप्तकिया। शेफाली वर्मा ने पांच और जेमिमा रॉड्रिग्स ने दो रन बनाये। खतरनाक गेंदबाजी करने वाली रेणुका सिंह इस फाइनल की ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुनी गई। दीप्ति शर्मा को 94 रन बनाने और 13 विकेट लेने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का पुरस्कार मिला।अपना आठवां फाइनल खेल रहे भारत ने इससे पहले श्रीलंका को शुरूआती चार एशिया कप में हराकर खिताब जीता था।
भारतीय टीम की सभी खिलाड़ी जीत के बाद मैदान की तरफ दौड़ रही हैं और क्यों नहीं, आखिर भारत ने सातवीं बार यह खिताब अपने नाम किया है। सबसे अच्छी बात यह रही कि जीत दर्ज करते समय कप्तान और उपकप्तान क्रीज पर एक साथ थी और उन्होंने गले मिलकर इस खुशी के पल को चार चांद लगा दिए।
ऐसा रहा खेल….
श्रीलंका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी लेकिन उसका फैसला सही नहीं रहा। दोनों ओपनरों के रन आउट होने के बाद श्रीलंका की टीम संभल नहीं सकी। उसके विकेट बराबर गिरते रहे और 32 रन तक उसकी आठ बल्लेबाज पवेलियन लौट चुकी थीं। श्रीलंका ने बल्ले के साथ निराश किया और उनके पास मैच जीतने का कोई मौका नहीं था। भारत ने 69 गेंदें शेष रहते 66 रनों के लक्ष्य को हासिल किया।
इनोका रनावीरा ने 22 गेंदों में नाबाद 18 रन बनाकर टीम को 50 रन के अंदर आल आउट होने की शमिर्ंदगी से बचाया। रेणुका के तीन विकेट के अलावा राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा ने दो-दो विकेट लिए।हरमनप्रीत कौर की भारतीय टीम ने सिलहट स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का अभिवादन किया। सभी खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में मिले समर्थन के लिए उनका धन्यवाद किया और पूरी टीम ने सिलहट स्टेडियम के ग्राउंडस्टाफ के साथ तस्वीरें खिंचवाईं।