नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआइई) ने दस साल पहले अपना आधार बनवाने वाले लोगों से इसे अपडेट कराने का आग्रह किया है। यूआइडीएआइई ने कहा है कि ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अपना आधार दस साल पहले बनवाया था और उसके बाद कभी अपडेट नहीं कराया है, ऐसे आधार नंबर धारकों से दस्तावेज अपडेट कराने का आग्रह किया जाता है।
यूआइडीएआइई ने दस साल पहले अपना आधार बनवाने वाले लोगों से इसे अपडेट कराने का आग्रह किया है। कहा है कि जिन्होंने अपना आधार दस साल पहले बनवाया था और उसके बाद कभी अपडेट नहीं कराया है ऐसे आधार नंबर धारकों से दस्तावेज अपडेट कराने का आग्रह किया जाता है।
अपडेट के लिए देय होगा निर्धारित शुल्क
प्राधिकरण ने कहा है कि इसके लिए आधार धारकों को दस्तावेज अपडेट करने की सुविधा निर्धारित शुल्क के साथ प्रदान की गई है। आधार धारक व्यक्तिगत पहचान प्रमाण और पते के प्रमाण से जुड़े दस्तावेजों को आधार डाटा में अपडेट कर सकता है। यह सुविधा आनलाइन भी प्राप्त की जा सकती है। गौरतलब है कि यूआइडीएआइई एक संवैधानिक निकाय है। इसकी स्थापना आधार कानून, 2016 के तहत 12 जुलाई, 2016 को भारत सरकार द्वारा की गई थी
आधार कार्ड डाटा कराएं अपडेट
गौरतलब है कि आधार प्रोग्राम आंख की पुतली, फिंगरप्रिंट और तस्वीरों के माध्यम से पहचान स्थापित करता है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, पिछले 10 वर्षों के दौरान आधार नंबर लोगों की पहचान के स्रोत के रूप में उभरा है। आधार संख्या का इस्तेमाल विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं में किया जाता है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोगों से अपेक्षा की जाती है कि वे आधार डाटा को अपडेट करें ताकि पहचान में किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके।