भारतीय अरबपति गौतम अडाणी 137.4 अरब डॉलर (करीब 11 लाख करोड़ रुपए) की नेटवर्थ के साथ दुनिया के तीसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गए हैं। फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट को पछाड़कर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। यह पहली बार है जब कोई एशियाई ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के टॉप थ्री में शामिल हुआ है।
अब वो रैंकिंग में केवल मस्क और बेजोस से पीछे हैं। टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क 251 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में पहले नंबर पर है, बेजोस 153 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर है। अडाणी टॉप-10 लिस्ट में शामिल एकमात्र भारतीय हैं। 91.9 अरब डॉलर (7.3 लाख करोड़ रुपए) की नेटवर्थ के साथ रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी 11वें नंबर पर हैं।
पिछले महीने बिल गेट्स को पछाड़ा था
पिछले महीने अडाणी चौथे सबसे अमीर कारोबारी बने थे। उन्होंने बिल गेट्स को पछाड़ा था। अडाणी ने अकेले 2022 में अपनी नेटवर्थ में 60.9 बिलियन डॉलर जोड़े हैं। ये किसी भी कारोबारी से 5 गुना ज्यादा है। उन्होंने पहली बार फरवरी में रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी को सबसे अमीर एशियाई के रूप में पीछे छोड़ा था।
अप्रैल 2021 में 57 अरब डॉलर थी अडाणी की नेटवर्थ
अडाणी 4 अप्रैल को सेंटीबिलियनेयर्स क्लब में शामिल हुए थे। 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा नेटवर्थ वाले व्यक्तियों को सेंटीबिलियनेयर कहा जाता है। एक साल पहले अप्रैल 2021 में अडाणी की नेटवर्थ 57 अरब डॉलर थी। फाइनेंशियल ईयर 2021-2022 में अडाणी की नेटवर्थ दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ी है। अडाणी ग्रुप की सात पब्लिकली लिस्टेड कंपनीज है।
NDTV की हिस्सेदारी खरीदने से चर्चा में
अडाणी ग्रुप अपनी सब्सिडियरी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VPCPL) के माध्यम से NDTV की एक प्रमोटर कंपनी RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के 99.99% शेयर खरीदने की कोशिश की है।हालांकि अभी यह मामला कुछ कानूनी वजहों से अटका हुआ है।
सीमेंट कारोबार में भी रखा कदम
इससे पहले मई महीने में गौतम अडाणी की कंपनी ने होल्सिम का भारतीय सीमेंट कारोबार खरीदने का ऐलान किया था। यह डील 10.5 बिलियन डॉलर में हुई थी। इस डील से अडाणी ग्रुप एक झटके में भारतीय सीमेंट मार्केट में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट ऑपरेटर
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ Ltd.) भारत का सबसे बड़ा निजी पोर्ट ऑपरेटर और एंड-टु-एंड लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर है। दो दशकों से भी कम समय में, इसने पूरे भारत में पोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विसेज के एक पोर्टफोलियो का निर्माण किया है। इसके 13 स्ट्रैटेजिकली लोकेटेड पोर्ट्स और टर्मिनल देश की पोर्ट क्षमता के 24% का प्रतिनिधित्व करते हैं।