मुंबई: कृष्ण जन्माष्टमी और दहीहांडी का त्योहार पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. चूंकि इस त्योहार की सांस्कृतिक और पारंपरिक पृष्ठभूमि है, इसलिए विभिन्न राज्यों में त्योहार का रूप भव्य है। कोरोना काल में त्योहारों पर लगाई गई पाबंदियों के चलते लोग पिछले दो साल से बिना किसी रोक-टोक के त्योहार मनाने का इंतजार कर रहे थे. इस वर्ष राज्य में सभी त्योहार बिना किसी अवरोध के आयोजित किए जाएंगे, इसलिए शिंदे सरकार ने दही हांडी उत्सव को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
दहीहांडी उत्सव सार्वजनिक अवकाश घोषित किया
शिंदे समूह के विधायक प्रताप सरनाइक ने कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर मांग की थी कि दहीहांडी उत्सव को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए और इस त्योहार को भी ‘राष्ट्रीय उत्सव’ घोषित किया जाए। सरनाइक के पत्र पर तत्काल संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने दही हांडी उत्सव के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।
इस संबंध में मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि, “अब तक जिलाधिकारी स्थानीय स्तर पर यह निर्णय ले रहे थे कि दही हांडी उत्सव के लिए अवकाश घोषित किया जाए या नहीं. लेकिन अब दही हांडी उत्सव के दिन मैं स्वयं राज्य में सार्वजनिक अवकाश का आदेश राज्य के मुख्य सचिव को दूंगा और इसे लागू किया जाएगा”कुल मिलाकर इस साल का दही हांडी उत्सव न केवल गोविंदा की टीम के लिए बल्कि पूरी जनता के लिए दुगनी खुशी होगी और चूंकि आम लोगों को अपने व्यस्त कार्यो से समय मिलेगा, इसलिए वे इस त्योहार का भरपूर आनंद उठा सकेंगे!