LPG Cylinder: आपने घरों में इस्तेमाल होने वाले घरेलू LPG गैस के सिलेंडर को जरूर देखा होगा. सिलेंडर की सतह के पास कुछ छोटे छेद बने होते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर इन छेदों को यहां क्यों बनाया जाता है?
- गैस सिलेंडर के नीचे बने होते हैं छेद
- इसके पीछे छिपा है विज्ञान
- तापमान को नियंत्रित करने में करते हैं मदद
घरों में लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) का इस्तेमाल ज्यादातर घरों में होता है. रोजाना किचन में इससे ही खाना पकाया जाता है. LPG गैस को ठोस लोहे से बने सिलेंडरों में स्टोर करके रखा जाता है. अगर आपने गैस सिलेंडर को नोटिस किया है, तो आपको पता होगा कि सिलेंडर के नीचे कुछ छेद होते हैं. बिल्कुल नीचे, जिसके ऊपर सिलेंडर का पूरा भार होता है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर ठोस सिलेंडर में ये छेद क्यों बनाए जाते हैं. आपको बता दें कि ये छेद डिजाइन के लिए नहीं होते, बल्कि इनको बनाने के पीछे साइंस होता है. आइए बताते हैं.
सिलेंडर में छेद के पीछे का विज्ञान
आपको बता दें कि सिलेंडर पर बने ये छेद बड़े काम के होते हैं. सिलेंडर के भीतर भरी LPG गैस के तापमान को नियंत्रित करने के लिए इन छेद का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार ऐसा होता है कि गैस सिलेंडर का तापमान काफी बढ़ जाता है. ऐसे में इस छेद से हवा पास होती है, जो तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है. साथ में यह सिलेंडर को सतह की गर्मी से भी बचाता है. कुल मिलाकर ये छेद गैंस सिलेंडर को एक्सीडेंट्स से बचाते हैं.
ये भी है एक फायदा
इसके साथ ही सिलेंडर में छेद होने का एक और फायदा है. इन छेदों की वजह से सिलेंडर के नीचे फर्श की सफाई करने में आसानी होती है. जब फर्श को पानी से धोया जाता है, तो छेद की वजह से पानी सिलेंडर के नीचे नहीं फंसता और हम बड़ी आसानी से सिलेंडर का इस्तेमाल करते रहते हैं.
सिलेंडरों को क्यों दिया जाता है खास रंग?
गैस सिलेंडर के छेद के अलावा भी कई रोचक तथ्य हैं. जैसे आपने देखा होगा कि सभी LPG सिलेंडर लाल रंग के ही बनाए जाते हैं. इसके अलावा इनका आकार सिलेंड्रिकल शेप होता है. इसके पीछे भी विज्ञान छिपा है. दरअसल, सिलेंडर का रंग लाल इसलिए किया जाता है, ताकि ये काफी दूर से देखा जा सके. इससे सिलेंडर के ट्रांसपोर्टेशन में आसानी होती है. वहीं इनकी डिजाइन सिलेंड्रिकल होती है. गैस को ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर भी इसी शेप के होते हैं. दरअसल, सिलेंड्रिकल शेप में गैस और तेल सामान मात्रा में फैलते हैं. ऐसे में यह गैस को स्टोर करने के लिए सुरक्षित ऑप्शन होता है.