नई दिल्ली – इनकम टैक्स कलेक्शन (Income Tax Collections) के मोर्चे पर सरकार के लिए अच्छी खबर आई है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने चालू वित्त वर्ष में इतिहास में सबसे ज्यादा टैक्स कलेक्शन किया है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) के चेयरमैन जेबी मोहापात्रा ने कहा कि देश में चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह (Direct Tax Collections) में 48 फीसदी की वृद्धि हुई है. इसमें अग्रिम कर संग्रह (Advance Tax Collections) के आंकड़ों से मदद मिली है. महापात्र ने कहा कि आज की तारीख तक शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.63 लाख करोड़ रुपए रहा है. एक साल पहले समान अवधि की तुलना में यह 48 फीसदी अधिक है.
उन्होंने कहा कि सालाना आधार पर शुद्ध संग्रह 2020-21 की समान अवधि से 48.4 फीसदी अधिक है. 2019-20 की तुलना में यह 42.5 फीसदी और 2018-19 की तुलना में 35 फीसदी अधिक है. महापात्र ने कहा ‘‘यह पिछले ऊंचे आंकड़े से 2.5 लाख करोड़ रुपए ज्यादा है. विभाग के इतिहास में यह आयकर संग्रह का सबसे ऊंचा आंकड़ा है.’’
टैक्स कलेक्शन से इकोनॉमिक रिकवरी का मिलता संकेत
यह कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में निरंतर आर्थिक पुनरुद्धार को बताता है. आधिकारिक बयान के अनुसार शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 16 मार्च, 2022 तक 13.63 लाख करोड़ रुपए रहा. एक साल पहले 2020-21 की इसी अवधि में यह 9.18 लाख करोड़ रुपए था.
महामारी से पूर्व टैक्स कलेक्शन 9.56 लाख करोड़
चालू वित्त वर्ष में शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह महामारी-पूर्व 2019-20 के 9.56 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले 35 फीसदी अधिक है. इस श्रेणी में व्यक्तिगत आय पर कर, कंपनियों को होने वाले लाभ पर कर, संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर तथा उपहार कर शामिल हैं. अग्रिम कर संग्रह 40.75 फीसदी बढ़कर 6.62 लाख करोड़ रुपए रहा. इसकी चौथी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि 15 मार्च थी.
कहां से आया कितना पैसा?
कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में कॉर्पोरेट इनकम टैक्स 7,19,035.0 करोड़ रुपए था वहीं एसटीटी (सिक्यॉरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स) के साथ पर्सनल इनकम टैक्स 6,40,588.3 करोड़ रुपए था. रिफंड को एडजस्ट करने से पहले वित्त वर्ष 2021-22 (16 मार्च, 2022 तक) कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 15,50,364.2 करोड़ रुपए था. जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 11,20,638.6 करोड़ रुपए के स्तर पर था. वहीं वित्त वर्ष 2019-20 के लिए कुल संग्रह 11,34,706.3 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2018-19 के लिए कुल संग्रह 11,68,048.7 करोड़ रुपए था.
कॉर्पोरेट टैक्स से आए 8.36 लाख करोड़ रुपए
मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कुल कलेक्शन में 8,36,838.2 करोड़ रुपए का कॉर्पोरेट इनकम टैक्स और 7,10,056.8 करोड़ रुपए का पर्सनल इनकम टैक्स शामिल है, वहीं कुल कलेक्शन में 6,62,896.3 एडवांस टैक्स, 6,86,798.7 का टीडीएस, 1,34,391.1 करोड़ रुपए का सेल्फ एसेसमेंट टैक्स, 55,249.5 रेगुलर एसेसमेंट टैक्स और 7,486.6 करोड़ रुपए का डिविडेंड टैक्स शामिल है. अन्य में 3,542.1 करोड़ रुपए हैं. चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए संचयी अग्रिम कर संग्रह 16 मार्च, 2022 तक 6,62,896.3 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 4,70,984.4 करोड़ रुपए था