मुंबई- महाराष्ट्र में कोरोना और कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए एक बार फिर लॉकडाउन लगने का डर पैदा हो गया है. इस डर को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने और हवा दे दी है. राजेश टोपे ने कहा है कि राज्य में कुछ दिनों पहले हर रोज 600 से 700 कोरोना के केस सामने आ रहे थे. अब यह संख्या 1400 के ऊपर पहुंच गई है. ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या भी सौ के आंकड़े के ऊपर पहुंच गई है. जब ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या 1000 तक पहुंच जाएगी तो स्थिति बहुत खराब हो जाएगी. अगर कोरोना और ओमिक्रॉन के मरीज इसी तरह बढ़ते रहे और हर रोज ऑक्सीजन की जरूरत 800 मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगी तो एक बार फिर राज्य में लॉकडाउन (Lockdown in maharashtra) लगाना जरूरी हो जाएगा.
‘ऐसी हालत पैदा हुई तो लगेगा लॉकडाउन’
राजेश टोपे ने कहा कि अब से पहले के अनुभवों के आधार पर यह तय किया गया है कि जब रोज ऑक्सीजन की जरूरत 800 मीट्रिक टन तक जा पहुंचेगी तब लॉकडाउन लगाना जरूरी हो जाएगा. लेकिन ओमिक्रॉन के फैलने की रफ्तार काफी तेज है. ऐसे में 500 मीट्रिक टन की जरूरत भी अगर पैदा हुई तो लॉकडाउन पर विचार किया जा सकता है.
‘लॉकडाउन से बचना है तो कोरोना नियमों (CAB) का पालन करें’
राजेश टोपे ने कहा कि, ‘ओमिक्रॉन के फैलने की रफ्तार काफी तेज है. विदेशों में एक दिन में ओमिक्रॉन दुगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है. महाराष्ट्र से क्षेत्रफल में छोटे देश फ्रांस में एक दिन में ओमिक्रॉन के एक-एक लाख केस सामने आ रहे हैं. हम नहीं चाहते कि लोगों को लॉकडाउन या कठोर प्रतिबंधों का सामना करना पड़े, इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि वे कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर (CAB) का पालन करें और चेहरे पर मास्क लगाएं.