डेटा का अध्ययन करने के बाद यह सामने आया है कि दूसरी लहर में अप्रैल से मई के बीच संक्रमण से मरने वालों में ज्यादातर वह लोग थे, जिन्होंने वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया था। कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीनेशन संक्रमण के खिलाफ एक बड़ा हथियार है। देश में वैक्सीन भरपूर मात्रा में है। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे वैक्सीन जरूर लगवाएं।
स्कूलों को फिर से खोलने के लिए वैक्सीनेशन जैसी कोई शर्त नहीं
नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ. वीके पॉल ने मीडिया ब्रीफ में बताया कि स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बच्चों का टीकाकरण कोई शर्त नहीं है। पॉल ने कहा कि स्कूल स्टाफ को वैक्सीन लेना अनिवार्य किया गया है। हालांकि, सरकार बच्चों के वैक्सीन को लेकर गंभीर है और इसकी तैयारियां जोरो पर हैं। पॉल ने आगे बताया कि देश में वैक्सीनेशन 72 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है। 18 साल से अधिक उम्र के 58% लोगों को सिंगल डोज दी जा चुकी है।