अकोला – महानगरपालिका का पांच साल का कार्यकाल फरवरी 2022 में खत्म होने जा रहा है जिसके पहले चुनाव होना लगभग तय है लगता है इस बार बहुसदस्यीय प्रभाग पध्दति से चुनाव नहीं होंगे। एक सदस्यीय प्रभाग पध्दति से चुनाव होने वाले है क्यों दो दिन पहले ही राज्य निवडणुक आयोग ने राज्य के नगरपंचायतों और नगर परिषदों के वार्डो का कच्चा आराखडा तैयार करने के आदेश सभी जिलाधिकारीयो को दिए है, यानी एक वार्ड एक नगर सेवक जिससे सभी भविष्य के उत्साही पार्षद वार्ड रचना कार्यक्रम की और ध्यान लगा बैठे है। पिछले चुनाव में भी अगस्त माह में ही प्रभाग रचना कार्यक्रम घोषित हुआ था।
और इस बार भी नगर परिषद व नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर प्रारूप प्रभाग रचना का कच्चा ढांचा तैयार करने के आदेश राज्य चुनाव आयोग ने जारी किए है। इसी वजह से किसी भी समय महानगरपालिका प्रभाग रचना कार्यक्रम को लेकर भी चुनाव आयोग के आदेश जारी होने की संभावना है। ओबीसी का आरक्षण रद्द किए जाने से जिला परिषद व पंचायत समिति के उपचुनाव लेने की नौबत आई। वही सर्वोच्च न्यायालय में महाराष्ट्र शासन के खिलाफ दाखिल रिट पिटीशन पर न्यायालय ने दिए फैसले से स्थानिक स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में आरक्षण का मुद्दा महत्वपूर्ण रहेगा। महानगरपालिका चुनाव पर इसका असर रह सकता है। फिलहाल इस संदर्भ में स्पष्ट निर्देश मनपा के चुनाव विभाग को नहीं मिले है।