मुंबई (दैनिक दिव्य हिन्दी) – महानगरपालिका चुनाव से पहले राजनीतिक हलकों में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। कांग्रेस और वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच गठबंधन को लेकर आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ और वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता धैर्यवर्धन पुंडकर की मौजूदगी में इस गठबंधन का ऐलान हुआ।
मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए कांग्रेस–वंचित की यह युति तय मानी जा रही है। इसके साथ ही सीट बंटवारे का फार्मूला भी अंतिम कर दिया गया है। समझौते के तहत मुंबई में कांग्रेस 156 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि वंचित बहुजन आघाड़ी को 62 सीटें दी गई हैं।
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने संकेत दिए कि आने वाले समय में राज्य के अन्य हिस्सों में भी कांग्रेस और वंचित के बीच गठबंधन हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह युति सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व के उद्देश्य से की गई है।
कांग्रेस और वंचित की इस आघाड़ी से महापालिका चुनाव की राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है। दोनों दलों के एक साथ आने से दलित, वंचित और अल्पसंख्यक मतदाताओं पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। वहीं, इस गठबंधन की घोषणा से महायुति और महाविकास आघाड़ी की रणनीतियों पर भी असर पड़ने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में तेज हो गई है।




