
इन एयरपोर्ट्स का निजीकरण संभव
जल्द ही जिन 11 एयरपोर्ट्स का निजीकरण किया जा सकता है उनमें अमृतसर (Amritsar), वाराणसी (Varanasi), भुवनेश्वर, रायपुर (Raipur), त्रिची (Trichi), इंदौर Indore), कुशीनगर (Kushinagar), गया (Gaya), औरंगाबाद (Aurangabad), हुबली (Hubballi) और कांगड़ा (Kangra) के नाम शामिल हैं।
भारत हवाई यात्रियों की संख्या के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर
गौरतलब है कि भारत हवाई यात्रियों की संख्या के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है। देश में हवाई यात्रा अब लग्जरी नहीं जरूरत बन चुकी है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हवाई यात्रियों की संख्या सालाना 7-10 फीसद की रफ्तार से बढ़ रही है। आने वाले समय में यह गति और तेज हो सकती है। यही वजह है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय निष्क्रिय हवाई अड्डों में संभावनाओं को तलाशने के साथ हवाई अड्डों के प्रबंधन में प्राइवेट कंपनियों की भागीदार पर फोकस कर रहा है।



