अकोला। – कृषी नगर, अकोला में हुए हिंसक प्रकरण के 17 अपराधियों के गिरोह के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) अंतर्गत सन 2025 की पहली कार्रवाई की गई है।
दिनांक 17 जुलाई 2025 को पुलिस स्टेशन सिविल लाइन के अंतर्गत आने वाले कृषीनगर क्षेत्र में पुराने विवाद के चलते दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई हुई। इस दौरान एक गुट के आरोपियों ने तलवार, लोहे की पाइप, फरसा, कुल्हाड़ी और आग्नेयास्त्र का इस्तेमाल कर महिलाओं और पुरुषों पर जानलेवा हमला किया। इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मामले की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस थाने में अपराध क्रमांक 249/2025 दर्ज किया गया।
आरोपियों के नाम
पुलिस की जांच में सामने आया कि गिरोह का सरगना शुभम विजय हिवाले है। उसके साथ जुड़े आरोपी इस प्रकार हैं:
1. शुभम विजय हिवाले (गिरोह प्रमुख)
2. स्वप्नील प्रविण बागळे
3. आकाश सुनिल गवई
4. शंतनु गोपाल तायडे
5. अनिकेत उर्फ मल्हार विनोद गवई
6. धम्मपाल उर्फ धम्मा शामराव तायडे
7. अनिकेत दीपक सावळे
8. निखिल उर्फ बंटी भिमराव चराटे
9. आकाश उर्फ दादु पुरुषोत्तम खडसे
10. ऋषिकेश नरेंद्र तायडे
11. आदित्य उर्फ मामा प्रेमदास कांबळे
12. विवेक उर्फ विक्की नरेंद्र तायडे
13. प्रज्वल राजेश अरखराव
14. राज रमेश डोळे
15. अभिजीत उर्फ डॉन विश्वनाथ वैरागड
16. सागर विलास कांबळे
17.(विधी संघर्ष बालक)
अपराध और कार्रवाई
इन सभी पर गंभीर अपराध जैसे – हत्या का प्रयास, घातक हथियारों से हमला, गंभीर चोट पहुँचाना, जबरन चोरी, दंगा, अवैध जमाव, गाली-गलौज, अवैध हथियार और आग्नेयास्त्र रखना आदि दर्ज हैं। इनके खिलाफ पिछले 10 वर्षों में कई मामलों में आरोप पत्र दायर हो चुके हैं।
इसलिए पुलिस ने गिरोह प्रमुख शुभम हिवाले और उसके सभी साथियों के खिलाफ मकोका की धारा 3(1)(ii), 3(2), 3(4) के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा, जिसे अमरावती परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक ने मंजूरी दी है। आगे की जांच शहर विभाग के उपविभागीय पुलिस अधिकारी कर रहे हैं।
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में अपर पुलिस अधीक्षक बी. चंद्रकांत रेड्डी, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सतीश कुलकर्णी, स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक शंकर शेल्के, उपनिरीक्षक माजिद पठान, पुलिसकर्मी ज्ञानेश्वर सैरिसे, उदय शुक्ला, मपोनि. मालती कायटे और पुलिस कर्मी रवि घिवे, शरद बुंदे आदि ने अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक ने कहा कि –
“जिले में कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए इस तरह के संगठित अपराधियों पर मकोका व एमपीडीए जैसे कठोर कानूनों के तहत कार्रवाई जारी रहेगी। यदि भविष्य में कोई गंभीर अपराध करेगा तो उसके खिलाफ भी इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी