हर महीने कुछ लोगों को बिजली के बिल बहुत ज़्यादा आते हैं। इससे कई बार उन्हें इस बात की चिढ़ होती है कि आखिर बिल इतना ज़्यादा क्यों आया है। ऐसे में महाराष्ट्र के आम नागरिकों के लिए एक बेहद राहत भरी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आधिकारिक तौर पर ऐलान किया है कि राज्य में घरेलू बिजली की दरें कम की जाएंगी। गौरतलब है कि फडणवीस के पास ऊर्जा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी है।
बिजली की दरों में 10 प्रतिशत की कमी
पिछली सरकार के दौरान, खासकर महा विकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल में कोरोना के बाद बिजली बिलों में बढ़ोतरी से नागरिकों में असंतोष था। इसी पृष्ठभूमि में अब इन दरों को कम करने का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य में बिजली की दरें हर साल चरणबद्ध तरीके से कम की जाएंगी। पहले साल में ही बिजली की दरों में 10 प्रतिशत की कमी की जाएगी और अगले पांच सालों में कुल 26 प्रतिशत की कमी की जाएगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
फडणवीस ने द्वीट कर कहा, “बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह अच्छी खबर है, राज्य के इतिहास में पहली बार बिजली की दरों में पहले साल में 10 प्रतिशत और अगले 5 वर्षों में 26 प्रतिशत की कमी की जाएगी, महावितरण की याचिका पर महाराष्ट्र राज्य विद्युत विनियामक आयोग (एमईआरसी) द्वारा लिया गया यह निर्णय ऐतिहासिक है और हम उनके आभारी हैं”
70% बिजली उपभोक्ता 100 यूनिट से कम खपत करते हैं
राज्य में लगभग 70% बिजली उपभोक्ता 100 यूनिट से कम खपत करते हैं और इस वर्ग को सबसे अधिक लाभ होगा, यानी 10 प्रतिशत की टैरिफ कटौती। बिजली उत्पादन में हरित ऊर्जा का उपयोग बढ़ेगा मुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 के तहत बलिराजा को दिन के समय और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। साथ ही, आने वाले दिनों में बिजली खरीद समझौतों में हरित ऊर्जा को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे बिजली खरीद की लागत कम होगी। इसी वजह से बिजली की दरों को कम करना संभव हो पाया है।”