मुंबई- रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर है। भारतीय रेल मंत्रालय अब तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए e-Aadhaar ऑथेंटिकेशन अनिवार्य किया जाएगा। यह बदलाव खास तौर पर टिकट दलालों और अवैध बुकिंग रोकने के उद्देश्य से लाया जा रहा है, ताकि जरूरतमंद यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सके।
क्या है नया नियम?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया कि जल्द ही Tatkal टिकट बुक करते समय e-Aadhaar ऑथेंटिकेशन ज़रूरी होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि:
- इससे हर यात्री को डिजिटल रूप से अपनी पहचान सत्यापित करनी होगी, जिससे फर्जी बुकिंग और बॉट के ज़रिए टिकट खरीदने की घटनाएं रोकी जा सकेंगी।
- पहले 10 मिनट तक केवल वही यात्री Tatkal टिकट बुक कर सकेंगे जिनका IRCTC अकाउंट Aadhaar से लिंक है।
- IRCTC एजेंट को इन 10 मिनटों में बुकिंग की अनुमति नहीं होगी।
क्यों जरूरी है ये बदलाव?
तत्काल टिकट स्कीम उन यात्रियों के लिए होती है जिन्हें अंतिम समय में यात्रा करनी होती है। लेकिन अब तक यह योजना दलालों और ऑटोमेटिक बुकिंग करने वाले एजेंट्स के शिकंजे में रही है। ऐसे में आम यात्री को टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।
इ-आधार वेरिफिकेशन से क्या होगा लाभ:
e-Aadhaar वेरिफिकेशन वालीइस नई पहल से फर्जी और स्क्रिप्ट-बेस्ड बुकिंग पर रोक लगेगी और साथ ही यात्रा अनुभव ज्यादा सुरक्षित और बेहतर होगा।
तत्काल टिकट बुकिंग का समय और नियम
तत्काल टिकट ट्रेन के चलने से एक दिन पहले ही बुक किए जाते हैं। बता दें कि बुकिंग का समय सुबह 10 बजे (AC क्लास के लिए) और 11 बजे (Sleeper क्लास के लिए) शुरू होता है। कुल टिकटों में से लगभग 20% टिकट Tatkal स्कीम के तहत बेचे जाते हैं। भारतीय रेलवे की यह नई पहल डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के साथ-साथ टिकट बुकिंग को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाएगी। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक करें ताकि उन्हें Tatkal टिकट बुकिंग में प्राथमिकता मिल सके।