मुंबई- मुंबई , कोकनपट्टी , अकोला और विदर्भ के चंद्रपुर में उष्णता की लहर चलने की संभावना है । अगले पांच दिनों तक मराठवाड़ा में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। तापमान नाटकीय रूप से बढ़कर 36-37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अगले तीन से चार दिनों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी। इसमें वृद्धि होने की सम्भावना है। इसके बाद 14 से 20 मार्च 2025 के बीच मराठवाड़ा में कुछ स्थानों पर 80% से अधिक बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। अधिकतम तापमान औसत से कम और न्यूनतम तापमान औसत रहने की संभावना है। इस बीच, वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों के लिए कृषि संबंधी सलाह दी है।
आप फसल का प्रबंधन कैसे करेंगे?
- कटाई के लिए तैयार रबी ज्वार की फसल की कटाई और मड़ाई करें। थ्रेश की गई सामग्री को सुखाकर भण्डारित किया जाना चाहिए। समय पर बोई गई और कटाई के लिए तैयार गेहूं की फसल की कटाई और मड़ाई करें।
- थ्रेस्ड सामग्री को धूप में सुखाकर भण्डारित किया जाना चाहिए। यदि गेहूं की फसल में चूहों का प्रकोप हो तो इसके प्रबंधन के लिए 1 भाग जिंक फास्फाइड + 1 भाग गुड़ + 50 भाग गेहूं का चोकर तथा थोड़ा मीठा तेल मिलाकर इस मिश्रण को चूहों के बिलों में डालकर छेद बंद कर दें।
मक्का और मूंगफली का ध्यान रखें।
- अधिकतम तापमान में वृद्धि, वाष्पोत्सर्जन दर में वृद्धि तथा अगले पांच दिनों तक शुष्क मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए मक्का की फसल को आवश्यकतानुसार पानी देना चाहिए।
- यदि देर से बोई गई मक्का की फसल में आर्मीवर्म का प्रकोप दिखाई दे तो इसके प्रबंधन के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% 4 ग्राम या स्पाइनेटोरम 11.7 एससी 4 मिली प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर उपरोक्त कीटनाशकों के साथ बारी-बारी से छिड़काव करना चाहिए।
- छिड़काव करते समय इस प्रकार छिड़काव करें कि कीटनाशक बाल्टी में गिर जाए। कटाई के लिए तैयार मकई की फसल की कटाई करें।
- अधिकतम तापमान में वृद्धि, वाष्पोत्सर्जन दर में वृद्धि तथा आगामी पांच दिनों तक शुष्क मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए समय पर बोई गई ग्रीष्मकालीन मूंगफली की फसल में आवश्यकतानुसार ड्रिप सिंचाई के माध्यम से जल प्रबंधन किया जाना चाहिए।
- यदि ग्रीष्मकालीन मूंगफली की फसल में रस चूसने वाले कीटों के लक्षण दिख रहे हों तो इसके प्रबंधन के लिए निम्नलिखित कीटनाशकों में से किसी एक का छिड़काव करें: इमिडाक्लोप्रिड 18.8% 2 मिली या क्विनोल्फॉस 25% 20 मिली को 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
बाग प्रबंधन
- अधिकतम तापमान में वृद्धि और वाष्पोत्सर्जन दर में वृद्धि के कारण केले के बागों में जल प्रबंधन आवश्यकतानुसार किया जाना चाहिए। मिट्टी की नमी बरकरार रखने और संतुलित तापमान बनाए रखने के लिए केले के पेड़ को गीली घास से ढक देना चाहिए।
- नए लगाए गए केले के पौधों को धूप से बचाने के लिए उन्हें छाया में रखना चाहिए। अधिकतम तापमान में वृद्धि और वाष्पोत्सर्जन दर में वृद्धि के कारण आम के बागों में जल प्रबंधन आवश्यकतानुसार किया जाना चाहिए। मिट्टी की नमी बरकरार रखने और संतुलित तापमान बनाए रखने के लिए आम के पेड़ को गीली घास से ढक देना चाहिए।
- नये लगाए गए आम के पौधों को धूप से बचाने के लिए उन्हें छाया में रखना चाहिए। यदि आम के बाग में फल सड़न दिखाई दे तो इसके प्रबंधन के लिए 00:52:34 1 किलोग्राम तथा जिबरेलिक एसिड 1 ग्राम प्रति 100 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। कटाई के लिए तैयार अंगूर के गुच्छों की कटाई करें।