नई दिल्ली -राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की कक्षा 9 से 12वीं तक की किताबों के दामों में कटौती की जाएगी. एनसीईआरटी के अनुसार 9 से 12वीं तक की किताबों की कीमतों में 20 फीसदी तक की कमी की जाएगी. यह ऐलान एक कार्यक्रम में NCERT के निदेशक ने 16 दिसंबर को किया. वहीं आज, 17 दिसंबर को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऐलान किया कि अगले साल से कुछ कक्षाओं के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्यपुस्तकों की कीमतें कम होंगी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि परिषद वर्तमान में प्रति वर्ष पांच करोड़ पाठ्यपुस्तकों का प्रकाशन करता है. अगले वर्ष से इसकी क्षमता को बढ़ाकर 15 करोड़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए पाठ्यक्रम के अनुसार नयी पाठ्यपुस्तकें 2026-27 शैक्षणिक सत्र से उपलब्ध होंगी. इस बीच, कक्षा 1-8 तक की पाठ्यपुस्तकें 65 रुपये प्रति कॉपी पर बिकती रहेंगी. वहीं एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की पहुंच बढ़ाने के लिए एनसीईआरटी और फ्लिपकार्ट के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
नहीं बढ़ेंगे किताबों के दाम
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब किताबों का प्रकाशन अधिक संख्या में होगी तो कुछ कक्षाओं के लिए पाठ्यपुस्तकों की कीमतें कम की जाएंगी. किसी भी कक्षा के लिए किताबों की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे (एनसीएफ) के अनुसार पाठ्यपुस्तकों का प्रकाशन जारी है, जो नए शैक्षणिक सत्र तक उपलब्ध होगा.
CUET का आयोजित साल में एक बार
वहीं मंगलवार, 17 दिसंबर को केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने संसद में कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के यूजी और पीजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए सीयूईटी परीक्षा का आयोजन साल में एक बार ही किया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि 2025 से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी केवल प्रवेश परीक्षा का ही आयोजन करेगी.