नई दिल्ली – यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है जो किसी भी उम्र में हो सकती है. यह एक तरह का यूरिन इन्फेक्शन है, जो यूरिन सिस्टम में होता है. इसके लक्षणों में पेशाब के साथ दर्द, बार-बार पेशाब आना और यूरिन में खून आने जैसी समस्याएं हैं.ये बीमारी आमतौर पर तब होती है, जब बैक्टीरिया कई बार एस्चेरिचिया कोली (E. coli) यूरेथ्रा (Urethra) से यूरिनरी ट्रैक्ट में जाता है. हाल ही में, एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है कि घर में रखे रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) से यूटीआई हो सकता है. आइए जानते हैं कि यह दावा कितना सच है और रेफ्रिजरेटर और यूटीआई में क्या कनेक्शन है.
क्या रेफ्रिजरेटर बन सकता है UTI का कारण
एक अमेरिकी अध्ययन में पाया गया है कि ई. कोलाई, जो रेफ्रिजरेटर में रखे दूषित या अधपके मांस में होता है, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का कारण बन सकता है. जर्नल वन हेल्थ में छपे अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि रेफ्रिजरेटर में जमा होने वाले बैक्टीरिया और अन्य माइक्रोब्स यूटीआई का कारण बन सकते हैं.अध्ययन में पाया गया कि रेफ्रिजरेटर में पाए जाने वाले बैक्टीरिया जैसे कि ई. कोलाई और क्लेबसिएला प्रोटीन के यूटीआई के लिए मुख्य तौर पर जिम्मेदार हो सकते हैं. इसमें रेफ्रिजरेटर और यूटीआई के बीच संबंध सही तरह से नहीं समझाया है, इसलिए अभी और अध्ययन की जरूरत है.
शोधकर्ताओं ने क्या कहा
इस अध्ययन से पता चला है कि दूषित मांस से ई. कोली बैक्टीरिया यूरिनरी ट्रैक्ट यानी यूरिन के रास्ते में रिस सकते हैं और इन्फेक्शन ला सकते हैं. इससे बचने के लिए अध्ययन में मांस के सही रखरखाव और पकाने पर जोर दिया गया है. इस बीमारी से बचे के लिए खुद की डाइट को भी सही बनाना चाहिए.
UTI से बचना है तो फ्रिज को कैसे साफ करें
1. अपने फ्रिज को नियमित रूप से साफ करें और इसमें जमा होने वाले बैक्टीरिया और अन्य माइक्रोब्स को हटाएं.
2. रेफ्रिजरेटर में फूड्स को सही तरीके से स्टोर करें और उन्हें ढक कर ही रखें.
3. रेफ्रिजरेटर के टेंपरेचर को कंट्रोल करें, इसे 4°C से कम पर रखें.
4. फ्रिज की समय-समय पर जांच करते रहें और किसी तरह की समस्या हो तो ठीक कराएं.