मध्य प्रदेश – मुरैना जिले के सबलगढ़ में सोमवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे टोंगा तालाब फूट गया। इसका पानी 4 गांवों- कुतघान का पुरा, कोरी का पुरा, पासौन और देवपुर में भर गया। पानी के तेज बहाव को देखते हुए निचले इलाके के 20 गांवों में खतरे का अलर्ट जारी किया गया।
135 साल पुराने इस तालाब में सोमवार शाम करीब 4 बजे मिट्टी बहने से छेद हुआ था, जो मंगलवार सुबह 5 बजे तक 15 इंच तक बढ़ गया। तालाब की भराव क्षमता 1.93 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) है। तालाब फूटने की सूचना मिलते ही सबलगढ़ विधायक सरला रावत, कलेक्टर अंकित अस्थाना, एसडीएम वीरेंद्र कटारे, सबलगढ़ थाना प्रभारी सोहनपाल तोमर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। SDERF की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया।
मेंटनेस का जिम्मा जल संसाधन विभाग का, जून में किया था इंस्पेक्शन
कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि टोंगा तालाब के मेंटेनेंस और इंस्पेक्शन का जिम्मा जल संसाधन विभाग (WRD) के पास है। आखिरी बार इंस्पेक्शन बारिश के पहले जून में किया गया था। इस बारे में पूरी जानकारी उनके अधिकारी ही दे पाएंगे।
चूहों के बिल की वजह से हादसा, पानी निकलने का सुरक्षित रास्ता बनाया
वहीं, WRD के चीफ एक्जीक्यूटिव इंजीनियर दिनेश रत्नाकर ने कहा, ‘सोमवार दोपहर 12 बजे ही तालाब का निरीक्षण किया गया था। ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे तालाब के फूटने की आशंका हो। चूहों के बिल बनाने की वजह से हादसा हुआ है। ग्रामीणों ने इससे पहले ऐसी कोई भी शिकायत नहीं की थी।प्रभावित गांवों के किसी भी मकान में पानी नहीं भरा है। जनहानि-पशुहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। फिलहाल तालाब से पानी निकलने का सुरक्षित रास्ता बना दिया गया है।