
कैसा रहा है महंगाई का हाल
सितंबर 2023 के बाद से महंगाई हद से ज्यादा नहीं बढ़ी। यह हमेशा 6 फीसदी के दायरे में ही रही। आरबीआई महंगाई को आदर्श स्थिति में 4 फीसदी तक रखना चाहता है। इसमें 2 फीसदी का मार्जिन रहता है यानी महंगाई दर 2 फीसदी से लेकर 6 फीसदी के दायरे में रहेगी, तो यह ज्यादा चिंता की बात नहीं है। हालांकि, सितंबर 2023 के बाद से अब तक महंगाई 4 फीसदी के नीचे कभी नहीं आई थी। इस की बात करें, तो जनवरी में रिटेल महंगाई 5.01 फीसदी थी। वहीं, फरवरी में 5.09, मार्च में 4.85, अप्रैल में 4.83, मई में 4.75 और जून में 5.08 रही थी।
मासिक आधार पर महंगाई
अगर मासिक आधार (MoM) पर बात करें, तो जुलाई में ग्रामीण इलाकों में महंगाई 4.1 फीसदी रही। यह जून में 5.66 फीसदी थी। शहरी इलाकों में जून में महंगाई 4.39 फीसदी थी, जो जुलाई में घटकर 2.98 फीसदी पर आ गई। खाद्य महंगाई के आंकड़ों पर नजर डालें, तो यहां भी राहत मिली है। जुलाई में खाद्य महंगाई दर 5.42 फीसदी रही। यह जून में 9.36 फीसदी के ऊंचे स्तर पर थी।
कौन-सी चीज कितनी सस्ती हुई?
- अनाज की महंगाई जून में 8.75 फीसदी थी। जुलाई में घटकर 8.14 फीसदी आई।
- दालों की महंगाई मासिक आधार घटकर जुलाई में 14.77 फीसदी पर आ गई।
- मीट और मछली की महंगाई जुलाई में 5.97 फीसदी रही। यह जून में 5.39 फीसदी थी।
- जून के मुकाबले जुलाई में अंडों का दाम 2.77 फीसदी तक घटा है।
- दूध, मिल्क प्रोडक्ट्स की महंगाई दर जुलाई में 2.99 रही। यह जून में 3 थी।
- सब्जियों में भी राहत मिली। जून में महंगाई 29.32 फीसी थी, जुलाई 6.83 फीसदी रही।
- हाउसिंग की महंगाई जुलाई में 2.68 रही। यह जून में 2.69 फीसदी थी।



