नई दिल्ली- भारत में किसी खास अवसर और तीज-त्योहार पर सोना खरीदने का प्रचलन है। शादी-ब्याह की बात आती है तो सोने के जेवरात बनवाए जाते हैं, क्योंकि सोना खरीदना शुभ माना जाता है। गोल्ड ज्वेलरी खरीदने जाते हैं तो मन में यह सवाल जरूर आता है कि क्या हम शुद्ध सोना खरीद रहे हैं। कहीं गली-नुक्कड़ पर बनी गोल्ड ज्वेलरी की दुकान में धोखाधड़ी तो नहीं होगी।
क्या बड़े ब्रांड ही शुद्ध सोना उपलब्ध करवाते हैं। ऐसे न जाने कितने ही सवाल हमारे मन में आते हैं। ऐसे ही सभी सवालों का एक जवाब हमें सुनने को मिलता है- वह यह कि जब भी सोना खरीदें तो ध्यान दें कि सोना बीआईएस हॉलमार्क वाला हो। लेकिन सवाल दोबारा यही कि बीआईएस हॉलमार्क वाले शुद्ध सोने की पहचान कैसे की जाए?
प्योरिटी फिटनेस ग्रेड
गोल्ड आइटम की खरीदारी करने पर दूसरा साइन आपको गोल्ड की प्योरिटी का खोजना है। यह साइन गोल्ड प्योरिटी की डिग्री बताएगा।
गोल्ड की कैटेगरी – 14K, 18K, 20K, 22K, 23K and 24K
6 डिजिट का अल्फान्यूरिक कोड
गोल्ड जूलरी खरीदने के दौरान आपको गोल्ड आइटम पर तीसरा साइन 6 डिजिट वाला एक कोड खोजना होगा। इस कोड को हॉलमार्क यूनिक आडेंटिफिकेशन नंबर (HUID) कहते हैं। यह कोड हर जूलरी पीस के लिए अलग और यूनिक होता है। इस अल्फान्यूमेरिक कोड को BIS Care App पर भी वेरिफाई किया जा सकता है।
BIS हॉलमार्किंग गोल्ड के तीन सिंबल
1. BIS स्टैंडर्ड मार्क
2. प्योरिटी फिटनेस ग्रेड
3. 6 डिजिट वाला अल्फानुमेरिक कोड
BIS हॉलमार्क गोल्ड जूलरी पर चार्ज
BIS हॉलमार्क गोल्ड जूलरी खरीदेंगे तो आपसे इसके लिए एक चार्ज भी लिया जाएगा। आपसे गोल्ड के लिए 45 रुपये पर आइटम के हिसाब से लिया जाएगा। इस चार्ज को गोल्ड की कीमत के साथ जोड़ा जाएगा। यह एक फ्लैट चार्ज होता है। जो गोल्ड के वजन से जुड़ा नहीं होता। 4 मार्च 2022 से पहले हॉलमार्किंग चार्ज 35 रुपये पर पीस था।