Petrol Pump Fraud: पेट्रोल पंप पर फ्रॉड से बचने के लिए अपनाएं ये सिंपल टिप्स, नहीं खाएंगे धोखा

आप अपने वाहन में अक्सर पेट्रोल पंप पर फ्यूल भरवाने जाते होंगे। कई बार पेट्रोल पंप पर गाड़ी में फ्यूल भरवाने के दौरान ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी हो जाती है। जिसे देखते हुए हम यहां पर बता रहे हैं कि फ्यूल भरवाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपके साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी न हों।

HighLights

  1. वाहन में फ्यूल भरवाने के दौरान मीटर जरूर चेक करें।
  2. फ्यूल भरवाने के दौरान देखें कि प्राइस जंप तो नहीं कर रहा।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। जब भी आप पेट्रोल पंप पर पेट्रोल सीएनजी या डीजल भरवाने जाते हैं, तो सतर्क रहना बहुत जरूरी है। अगर आप पेटोर्ल डलवाते समय कार में ही बैठे रहते हैं और मीटर को नजरअंदा करत हैं, तो आपको नुकसान हो सकती है। इन दिनों पेट्रोल पंप पर कई मामने सामने आ रहे हैं। जिनमें से तीन ऐसे मामले हैं, जिसे बहुत से लोग नजरअंदाज कर देते हैं। जिसकी वजह से आपको नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं कि पेट्रोल पंप पर किस तरह से लोगों के साथ स्कैम (Petrol Pump Scam) किया जाता है।

पेट्रोल पंप पर इंधन भरवाते समय रखें मीटर पर ध्यान

पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाते समय हमेशा मीटर पर नजर रखनी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके साथ स्कैम हो सकता है। अधिकतर लोग 200, 500, 400 ऐसे राउंड फिगर में पेट्रोल-डीजल या सीएनजी भरवाते हैं। ऐसा करने से आपको नुकसान हो सकती है। दअसल कई पेट्रोल पंप पर मशीनों को मैन्युप्लेट करके रखा जाता है, जिसकी वजह से आपकी गाड़ी में शॉर्ड फ्यूलिंग होती है। इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं जितना फ्यूल आपकी कार में जाना चाहिए उससे कम जाता है। इससे बचने के लिए हमेशा राउंड फिगर से 2-3 रुपये ऊपर नीचे फ्यूल भरवाना चाहिए।

डेंसिटी करें चेक

पेट्रोल पंप पर तेल भरवाते समय आपको मीटर पर ध्यान रखने के साथ ही फ्यूल डेंसिटी पर भी नजर रखना चाहिए। इससे आपको यह पता चलता है कि फ्यूल कितना प्योर आ असली है। पेट्रोल पंप पर जो फ्यूल मिलता है उसकी डेंसिटी सरकार की तरफ से तय करती है, जो उसकी क्वालिटी को बताता है। अगर तय की गई सीमा से ज्यादा है तो इसका मतलब उसमें मिलावट की गई है।

पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के बीच होनी चाहिए। अगर इससे कम होती है तो इसका मतलब उसमें पानी मिलाया गया है। पेट्रोल की डेंसिटी की बात करें तो इसकी 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के बीच होनी चाहिए। अगर तेल में मिलावट की आशंका है तो आप इसकी शिकायत आप वहां पर काम कर रहे कर्मचारी से कर सकते हैं। अगर आपकी शिकायत पर कोई स्टेप नहीं लिया जाता तो आप कंज्यूमर फोरम में केस कर सकते हैं।

मीटर के ऊपर प्राइस जंप का रखें ध्यान

गाड़ी में फ्यूल भरवाते समय प्राइस 3-4 रुपये जंप हो रही है तो इसका मतलब वह सही है, लेकिन यही अगर 40-50 रुपये हो तो इसका सीधा मतलब है कि मीटर के साथ छेड़छाड़ किया गया है। इसकी शिकायत आपको तुरंत करनी चाहिए।

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