नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सामाजिक उत्थान एवं रोजगार आधारित जनकल्याण (पीएम-सुराज) पोर्टल का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही देश के वंचित वर्गों के 1 लाख उद्यमियों का ऋण सहायता स्वीकृत किया। यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। बता दें कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने बुधवार को समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को ऋण सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी पहल शुरू की, जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
इस दौरान पीएम मोदी ने विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों से बातचीत भी की, जिन्हें नमस्ते, वीसीएफ-एससी, वीसीएफ-बीसी, एएसआईआईएम जैसी योजनाओं के तहत वंचित समूहों से लाभान्वित किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और सफाई मित्र शामिल हैं।
गरीब के हक का पैसा, सीधा उसके बैंक खाते में पहुंचता है
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता था कि इधर बटन दबाया और उधर पैसे गरीबों के बैंक खातों में पहुंच गए। लेकिन ये मोदी की सरकार है ! गरीब के हक का पैसा, सीधा उसके बैंक खाते में पहुंचता है ! अभी मैंने सुराज पोर्टल भी लॉन्च किया है। इसके जरिए वंचित समुदाय के लोगों को अब सीधे आर्थिक सहायता दी जा सकती है। यानी, भारत सरकार की दूसरी योजनाओं की तरह ही विभिन्न अन्य योजनाओं का पैसा भी सीधे आपके खाते में पहुंचेगा। न कोई बीच का बिचौलिया, न कट न कमीशन और न ही किसी सिफारिश के लिए चक्कर काटने की जरूरत !
पीएम मोदी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में काम करने वाले हमारे सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों को आज पीपीई किट्स और आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिए जा रहे हैं। इन्हें और इनके परिवार को अब 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित हो गया है। ये लाभकारी योजनाएं उस सेवा अभियान का ही विस्तार है, जो हमारी सरकार 10 वर्षों से SC-ST और OBC और अन्य वंचित समाज के लिए चला रही है।
अलग-अलग योजनाओं को एकीकृत कर एक प्लेटफार्म सुराज पर लाया गया
इस पोर्टल के आने से आखिरी पंक्ति के वर्ग के उत्थान के लिए एवं वंचित वर्गों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में क्रांति आएगी। केंद्र सरकार इनके शिक्षा, आर्थिक, विकास सामाजिक एवं पुनर्वास के साथ आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दे रही है इसके अंतर्गत अलग-अलग योजनाओं को एकीकृत कर एक प्लेटफार्म सुराज पर लाया गया है जिसका सभी अनुसूचित जाति अन्य पिछड़ा वर्ग वरिष्ठ नागरिक विमुख, घुमंतू, अर्द्धघुमंतू जनजातियों भिक्षावृत्ति में लिफ्त नागरिक, ट्रांसजेंडर एवं सफाई कर्मी इस अनेक योजनाओं का एक ही जगह आवेदन कर लाभ उठा सकते हैं।