नई दिल्ली- अब क्रेडिट कार्ड लेते समय आपको अपने हिसाब से कार्ड नेटवर्क चुनने की सहूलियत मिलेगी। RBI ने क्रेडिट कार्ड नेटवर्क और कार्ड जारीकर्ता बैंक और NBFC’s को नई गाइड लाइन जारी की है। इसके अनुसार अब कार्ड जारीकर्ता को अपने कस्टमर्स को क्रेडिट कार्ड जारी करते समय एक से ज्यादा कार्ड नेटवर्क में से चुनने का ऑप्शन देना होगा। बैंकों को ग्राहक से पूछना होगा कि उन्हें किस नेटवर्क का क्रेडिट कार्ड चाहिए।
वहीं पुराने क्रेडिट कार्ड यूजर्स को कार्ड रिन्यू कराते समय कार्ड नेटवर्क बदलने का ऑप्शन मिलेगा। आपको बता दें कि हर क्रेडिट कार्ड की एक वैलिडिटी होती है, जो एक, दो, तीन साल या इससे अधिक की हो सकती है। कार्ड की एक्सपायरी पर आप नेटवर्क बदल सकेंगे।
इससे क्रेडिट कार्ड यूजर्स को क्या फायदा होगा?
कुछ कार्ड नेटवर्क क्रेडिट कार्ड पर अन्य के मुकाबले ज्यादा सालाना फीस चार्ज करते हैं। ऐसे में अगर कोई बैंक आपको एक से ज्यादा कार्ड नेटवर्क का ऑप्शन नहीं देता है तो आपको मजबूरी में वहीं नेटवर्क चुकाना होगा जिस पर ज्यादा फीस है। वहीं अगर आपको एक से ज्यादा कार्ड नेटवर्क का ऑप्शन मिलेगा तो आप अपनी जरूरत, इसकी फीस और नेटवर्क पर मिलने वाली सुविधा के आधार पर सही ऑप्शन चुन सकेंगे।दुनिया की सबसे बड़ी कार्ड कंपनी है वीसा है। ये 200 से ज्यादा देश और टेरिटरी में मौजूद है।
इसका मार्केट कैप 489.50 बिलियन यानी करीब 40 लाख करोड़ रुपए है। वीसा के बाद दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर कैशलेस पेमेंट कंपनी मास्टरकार्ड है। मास्टरकार्ड आज 150 देशों में मौजूद है और इसका मार्केट कैप 372.55 बिलियन यानी करीब 30 लाख करोड़ रुपए है।
स्वदेशी कार्ड नेटवर्क है RuPay
RuPay भारत में अपनी तरह का पहला घरेलू डेबिट और क्रेडिट कार्ड पेमेंट नेटवर्क है। यह नाम रुपे (Rupee) और पेमेंट (Payment) दो शब्दों से मिलकर बना है। विदेशी कार्ड नेटवर्क्स की मोनोपॉली को खत्म करने के लिए मार्च 2012 में इसे लॉन्च किया गया था।
इन कंपनियों पर लागू नहीं होंगे नियम
नई गाइड लाइन के अनुसार ये नियम उन संस्थाओं पर लागू नहीं होंगे, जिनके द्वारा जारी कार्ड की संख्या 10 लाख या उससे कम है। इसके अलावा कार्ड जारीकर्ता जो अपने स्वयं के अधिकृत कार्ड नेटवर्क पर क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं, उन्हें इससे बाहर रखा गया है। बता दें कि ये नियम नोटिफिकेशन की तारीख से 6 महीने तक प्रभावी रहेंगे।
क्या है क्रेडिट कार्ड नेटवर्क?
मौजूदा समय में भारत में 5 कार्ड नेटवर्क कंपनियां- वीजा, मास्टर कार्ड, रूपे, अमेरिकन एक्सप्रेस और डायनर क्लब हैं। इन कंपनियों का अलग-अलग फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के साथ टाइअप है। इस कारण ग्राहक को अपने पंसद का कार्ड नेटवर्क चुनने का ऑप्शन नहीं मिलता है।
देश में अभी 8 करोड़ से ज्यादा क्रेडिट कार्ड यूजर
बैंक बाजार की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल, 2023 तक भारत में 8.6 करोड़ क्रेडिट कार्ड सर्कुलेशन में थे। यह संख्या 2022 के अप्रैल में 7.5 करोड़ के मुकाबले 15% बढ़ गई। माना जा रहा है कि 2024 की शुरुआत में क्रेडिट कार्ड्स की संख्या 10 करोड़ के पार हो जाएगी।