नई दिल्ली- गेमिंग ऐप्स के माध्यम से हाल ही में हुई धोखाधड़ी के जवाब में गृह मंत्रालय (एमएचए) की साइबर विंग ने एक चेतावनी जारी कर लोगों से ऑनलाइन गेमिंग में सावधानी बरतने का आग्रह किया है। गृह मंत्रालय की साइबर विंग के तहत काम करने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14सी) ने एक चेतावनी संदेश जारी किया – “स्मार्ट खेलें, सुरक्षित खेलें – ऑनलाइन गेमिंग के दौरान सुरक्षित रहें!”
संदेश के माध्यम से 14सी विंग ने लोगों से आग्रह किया कि “ऑनलाइन ऐप्स केवल गूगल प्ले स्टोर, एप्पल स्टोर और आधिकारिक वेबसाइटों जैसे प्रामाणिक स्रोतों से ही डाउनलोड करें।” 14सी ने यह भी सलाह दी कि “वेबसाइट की वैधता सुनिश्चित करने के लिए गेम ऐप प्रकाशकों की जानकारी हमेशा जांचें।”साइबर सुरक्षा विंग ने चेतावनी दी कि “कभी भी गेम इन-ऐप खरीदारी और आकर्षक सब्सक्रिप्शन ऑफर के जाल में न फंसें।” साइबर सुरक्षा विंग ने “चैट या मंचों पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करते समय सावधानी बरतने का सुझाव दिया है, क्योंकि घोटालेबाज खिलाड़ियों को हेरफेर करने के लिए सोशल मीडिया रणनीति का उपयोग कर सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा
“पोर्टल cybercrime.gov.in पर 20 लाख से अधिक साइबर-अपराध की शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिसके आधार पर 40,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं। जनवरी 2020 में लॉन्च होने के बाद से इस पोर्टल पर 13 करोड़ हिट दर्ज किए गए हैं।”14सी विंग द्वारा संकलित एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिदिन औसतन 5,000 से अधिक साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज की जाती हैं। रिपोर्ट में 2021 से 2022 तक साइबर अपराध की शिकायतों में 113.7 प्रतिशत और 2022 से 2023 तक 60.9 प्रतिशत की वृद्धि का उल्लेख किया गया है।
राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर दर्ज की गई बढ़ती शिकायतों से पता चलता है कि 2023 में 15,56,176 साइबर अपराध की शिकायतें थीं; 2022 में 9,66,790; 2021 में 4,52,414; 2020 में 2,57,777; और 2019 में 26,049