नई दिल्ली- चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. वहीं राजस्थान में 23 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग होगी. मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव होगा. वहीं तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग होगी. सभी राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. राजनीतिक जानकार इन्हें सत्ता का सेमीफाइनल बता रहे हैं. हम आपको बताएंगे इन राज्यों में होने वाले चुनावों का पूरा शेड्यूल, अभी यहां किसकी सरकार है और विपक्ष में कौन है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव
राजस्थान विधानसभा में अभी कांग्रेस सत्ता में और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं. वह फिर से कांग्रेस के सत्ता में आने का दावा कर रहे हैं, वहीं बीजेपी वापसी की उम्मीद कर रही है. पर अंदरूनी कलह की वजह से भाजपा के लिए यह इतना आसान नहीं होगा. 23 नवंबर को मतादन होगा. 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी.राजस्थान विधानसभा में 200 सीटें हैं. बहुमत के लिए यहां 101 सीटों की जरूरत होती है.
राजस्थान में अभी कांग्रेस की सरकार है. 2018 में उसने 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी. दूसरी बड़ी पार्टी बीजेपी है, उसके पास 73 विधायक हैं. 6 विधायकों के साथ बसपा तीसरे नंबर पर थी. बाद में बसपा के सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. बाद में कुछ सीटों पर उपचुनाव भी हुए जिसमें कांग्रेस को जीत मिली. अब कांग्रेस के पास 108 तो बीजेपी के पास 70 विधायक हैं. रालोपा के पास 3, निर्दलीय विधायक 13 हैं. वहीं बीटीपी और माकपा के पास 2-2 विधायक हैं, जबकि रालोद के पास 1 विधायक है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव
मध्य प्रदेश में तीन चरणों में नवंबर को चुनाव होगा. चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.17 नवंबर को चुनाव होंगे.नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं और यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 116 है.
मध्य प्रदेश में अहम राजनीतिक पार्टियों में बीजेपी और कांग्रेस का नाम आता है. इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है. वहीं बहुजन समाज पार्टी का भी कुछ सीटों पर दबदबा है. 2018 में हुए चुनाव की बात करें तो कांग्रेस पार्टी 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने बीजेपी के 15 साल के शासन को हटाकर सत्ता हासिल की थी.
भाजपा को 109 सीटें मिली थीं, लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी में चले गए. इससे कमलनाथ की सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में बीजेपी ने सरकार बनाई. अभी सदन में बीजेपी के पास 127, कांग्रेस के पास 96, बसपा के पास 2, सपा के पास 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 15 साल से सत्ता में काबिज बीजेपी को बाहर कर दिया था. भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी.7 और 17 नवंबर को चुनाव होंगे.नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं. यहां बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस ही प्रमुख राजनीतिक दल हैं. हालांकि यहां भी आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव मैदान में है. इसके अलावा और भी कई दल ताल ठोक रहे हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी को 15 सीटें मिली थीं, जबकि अन्य के खाते में 7 सीटें मिलीं.
तेलंगाना विधानसभा
तेलंगाना में 2018 में विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब भारत राष्ट्र समिति) को 88 सीटों पर जीत मिली थी. के. चंद्रशेखर राव ने यहां सरकार बनाई. 30 नवंबर को चुनाव होंगे.नतीजे 3 दिसंबर को आएंगेतेलंगाना विधानसभा में कुल 119 सीटें हैं. यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 60 है.
तेलंगाना में इस बार कांग्रेस और बीआरएस के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है. हालांकि यहां रेस में बीजेपी भी है. 2018 विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब भारत राष्ट्र समिति) को 88 सीटों पर जीत मिली थी. के. चंद्रशेखर राव ने यहां सरकार बनाई. टीआरएस के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस थी, जिसके खाते में 19 सीटें थीं. भारतीय जनता पार्टी महज एक सीट पर ही जीत हासिल कर पाई थी.
असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को 7 सीटें मिली थीं, जबकि तेलुगु देशम ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस बार तेलुगु देशम पार्टी ने पवन कल्याण की पार्टी जनसेना के साथ गठबंधन किया है.
मिजोरम विधानसभा
मिजोरम में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 10 साल से सत्ता पर बैठी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. यहां मिजो नेशनल फ्रंट ने सरकार बनाई थी. 7 नवंबर को चुनाव होंगे.नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.मिजोरम विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं. यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 21 है.
मिजोरम में अहम राजनीतिक पार्टियों की बात करें तो कोई एक या दो दल नहीं हैं. यहां सीटें बिखरी रहती हैं. 2018 में हुए मिजो नेशनल फ्रंट ने 26 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके अलावा जोरम पीपुल्स मूवमेंट 8 सीटों पर और भारतीय जनता पार्टी 1 सीट पर जीती थी.