सनातन परंपरा में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ-अशुभ समय देखने की परंपरा है. शुभ और अशुभ समय को जानने के लिए जिस पंचांग का प्रयोग किया जाता है, उसके अनुसार पंचक के दौरान कभी भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार किसी भी महत्वपूर्ण अथवा मांगलिक कार्य में पंचक बाधा का कारण बनता है. पंचांग के अनुसार सितंबर महीने में दूसरी बार यह पंचक आज से 5 दिनों के लिए लगने जा रहा है. आइए जानते हैं कि यह पंचक कब से कब तक रहेगा और इसमें किन कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
कब से कब तक रहेगा पंचक
हिंदू मान्यता के अनुसार बेहद अशुभ माना जाने वाला पंचक सितंबर महीने में दूसरी बार 28 सितंबर 2023, मंगलवार से लेकर 30 सितंबर 2023, मंगलवार तक रहेगा. इससे पहले पंचक 30 अगस्त 2023 से लेकर 03 सितंबर 2023 तक लगा था. ऐसे में पंचक के इन पांच दिनों में उन कार्यों को भूलकर नहीं करना चाहिए, जिनके लिए शास्त्रों में सख्त मनाही है.
पंचक का ज्योतिष महत्व
ज्योतिष में पांच प्रकार के पंचक बताए गये हैं, जिनमें काम करने पर व्यक्ति को तमाम तरह की अड़चनों का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष के अनुसार रविवार के दिन प्रारंभ होने वाले पंचक को रोग पंचक, सोमवार के दिन प्रारंभ होने वाले को राज पंचक, मंगलवार के दिन प्रारंभ होने वाले पंचक को अग्नि पंचक, शुक्रवार के दिन प्रारंभ होने वाले पंचक को राज पंचक और शनिवार के दिन प्रारंभ होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है. सभी पंचक में मृत्यु पंचक को अत्यधिक अशुभ माना गया है.
पंचक में न करें ये 5 काम
ज्योतिष के अनुसार जिस पंचक को अत्यधिक अशुभ माना गया है, उसमें कुछेक कार्यों की सख्त मनाही है. हिंदू मान्यता के अनुसार पंचक में लकड़ी बिनकर या खरीद कर घर में नहीं लाना चाहिए. इसी प्रकार घर में चारपाई बिनना या फिर पलंग को खोलना-बांधना नहीं चाहिए. पंचक में शुभ कार्य नहीं करना चाहिए और न ही घर को पेंट आदि करवाना चाहिए. पंचंक में घर की छत को ढलवाना दोष माना गया है, ऐसे में किसी भी प्रकार के दोष या परेशानी से बचने के लिए इन कार्यों को नहीं करना चाहिए.