नई दिल्ली- यूजीसी ने डिग्री और पीजी से जुड़े 15 लाख शिक्षकों के समग्र विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसकी घोषणा पिछले सप्ताह शिक्षक दिवस के अवसर पर की गई थी। इस क्षमता विकास कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप नैतिकता के साथ ही मानवीय मूल्यों को विकसित करने का काम होगा।
फैकल्टी के निरंतर विकास को प्राथमिकता
यूजीसी प्रमुख ने कहा कि यह कार्यक्रम फैकल्टी के निरंतर विकास को प्राथमिकता देता है। साथ ही अलग-अलग विषयों पर दूरदर्शी सोच प्रदान करता है। यूजीसी के एक अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम के तहत देशभर में 111 संस्थानों की पहचान की गई है, जिन्हें मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र कहा जाएगा। इनमें शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कुछ कार्यक्रम आफलाइन हैं, जबकि अन्य आनलाइन हैं। हमारा लक्ष्य अगले दो से तीन वर्षों में उच्च शिक्षा से जुड़े सभी 15 लाख शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा करना है।
गुणवत्ता और उत्कृष्टता पैदा करने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य शिक्षकों और शिक्षण में गुणवत्ता और उत्कृष्टता पैदा करना है, जिससे सभी स्तरों पर सुधार आए। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय संस्कृति में निहित नैतिकता और मानवीय मूल्यों के समावेश के साथ शिक्षकों और शिक्षार्थियों के समग्र विकास को भी सुनिश्चित करेगा। इसके लिए फैकल्टी से जुड़े सदस्यों के लिए दो सप्ताह का आनलाइन क्षमता-निर्माण कार्यक्रम डिजाइन किया गया है।