नई दिल्ली- निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की ओर से मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 15 आधार अंक की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, बैंक की ओर से एक साल के एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।MCLR का सीधा संबंध बैंक की ओर से दिए जाने वाले लोन की ब्याज दरों से होता है। ऐसे में अगर बैंक इसमें बढ़ोतरी करता है, तो इससे ग्राहकों की ईएमआई में इजाफा होता है।
HDFC Bank ने MCLR में कितनी की बढ़ोतरी?
बैंक वेबसाइट के अनुसार,अब ओवरनाइट एमसीएलआर 8.35 प्रतिशत, एक महीने का एमसीएलआर 8.45 प्रतिशत, तीन महीने का एमसीएलआर 8.70 प्रतिशत और छह महीने का एमसीएलआर 8.95 प्रतिशत है। एक साल का एमसीएलआर 9.10 प्रतिशत हो गया है। दो साल का एमसीएलआर 9.15 प्रतिशत और तीन साल का एमसीएलआर 9.20 प्रतिशत है।
क्या होता है MCLR?
MCLR एक न्यूनतम ब्याज दर होती है, जो कि किसी लोन को लेकर बैंक की ओर से वसूली जाती है। यह पर्सनल, होम और कार सहित अन्य प्रकार के लोन के लिए बेंचमार्क के रूप में काम करता है। इस कारण अगर इसमें कोई भी बदलाव होता है तो इसका सीधा असर बैंक पर होता है।
ICICI और Bank of India ने भी बढ़ाया MCLR
इस महीने की शुरुआत में आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एमसीएलआर की दरों में इजाफा किया गया था। ये बढ़ोतरी एक अगस्त से लागू की गई थी।
10 अगस्त को होगा मॉनेटरी पॉलिसी का एलान
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से 10 अगस्त को आरबीआई की एमपीसी के फैसलों का एलान किया जाएगा। आरबीआई एमपीसी की बैठक 8 अगस्त को शुरू हो गई है। पिछले दो मॉनेटरी पॉलिसीमें ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।