Cement Prices: घर बनाना अब कुछ सस्ता हो सकता है क्योंकि देश में सीमेंट के दाम घटने की उम्मीद नजर आ रही है. इनपुट कॉस्ट का दबाव कम हो रहा है और आने वाले समय में मांग के जोर पकड़ने के संकेत दिख रहे हैं जिसके चलते सीमेंट की डिमांड में तेजी रहेगी. आने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देश में कंस्ट्रक्शन की गतिविधियों में तेजी आएगी और इसका असर सीमेंट की मांग बढ़ने के रूप में देखा जाएगा. महीना और आने वाले दो महीनो में इसके दाम घटते देखे जा सकते हैं और इसके पीछे एक बड़ा कारण है जो आप यहां जान सकते हैं.
क्यों घटेंगी सीमेंट की कीमत
इस समय देश में मानसून का सीजन चल रहा है और इस दौरान यहां निर्माण या कंस्ट्रक्शन की गतिविधियां कम हो जाती हैं.बारिश के कारण सीमेंट सेक्टर के लिए ये 3-4 महीने थोड़े धीमे रहते हैं और हर साल इस दौरान सीमेंट की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है. इसके अलावा त्योहारी सीजन से पहले भी कंस्ट्रक्शन के काम में कमी देखी जाती है और इसके असर से सीमेंट की बोरियों के दाम में गिरावट बनती देखी जा सकती है.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज का आकलन
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने बताया है कि जुलाई 2023 में औसत सीमेंट की कीमतें महीने-दर-महीने आधार पर 1 रुपये प्रति बैग की मामूली गिरावट के साथ 374 रुपये हो गई हैं. पिछले तीन-चार सालों में औसत कीमत में 5-7 रुपये की गिरावट आई थी. इस साल सीमेंट कीमतों में गिरावट की दर धीमी है.
रीजनवाइज जानें सीमेंट के दाम कैसे रहे हैं
पश्चिम और दक्षिणी इलाकों में सीमेंट के दाम में 3 रुपये प्रति बोरी की गिरावट देखी गई है और पूर्वी इलाकों में प्रति बैग 6 रुपये की गिरावट देखी गई है. सेंट्रल रीजन में सीमेंट के दाम लगभग सपाट ही रहे हैं. वहीं उत्तरी भागों में देखा जाए तो सीमेंट की प्रति बोरी के रेट 6 रुपये तक बढ़े हैं और ये बढ़ोतरी महीने दर महीने आधार पर बनी हुई है. वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में अभी तक जो रेट देखे गए हैं उनसे पता चलता है कि देश भर में सीमेंट के दाम तिमाही दर तिमाही आधार पर सपाट ही बने हुए हैं.
देश में महंगाई का क्या है हाल
देश में महंगाई की स्थिति देखें तो खाने-पीने की वस्तुओं के दाम खूब चढ़ रहे हैं और फ्यूल की महंगाई भी तेजी से ऊपर जा रही है. ऐसे में निर्माण कराने वाले लोगों के लिए सीमेंट के दाम में 1 रुपये प्रति बोरी की गिरावट भी थोड़ी राहत तो दे ही सकती है.