नई दिल्ली-देश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में 2,06,254 अनुदेशकों के स्वीकृत पदों में से केवल 98,090 पद ही भरे गए हैं। संस्थानों में अनुदेशकों के 1,08,164 यानी 50 प्रतिशत से अधिक पद खाली पड़े हैं।
52 प्रतिशत पद पड़े हैं खाली
कौशल विकास मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 12 जुलाई तक अनुदेशकों के 52 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं, जबकि मंत्रालय का कहना है कि पर्याप्त योग्य अनुदेशक उपलब्ध हैं।इतनी बड़ी संख्या में अनुदेशकों के पद खाली रहने से सरकार के हर साल कुशल युवा तैयार करने के मिशन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
लाखों युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण प्रदान करता है ITI
कुशल जनशक्ति की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आइटीआइ देशभर में लाखों युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण प्रदान करता है। कौशल विकास मंत्रालय के तहत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सभी आइटीआइ में अनुदेशकों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।
मंत्रालय बना रहा है योजना
जनवरी 2023 में डीजीटी ने सभी राज्य निदेशालयों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए थे कि सभी सरकारी और निजी आइटीआइ तुरंत पर्याप्त संख्या में अनुदेशकों की नियुक्ति करें। सूत्रों ने बताया कि इस निर्देश के बावजूद 50 प्रतिशत से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। मंत्रालय अब रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने की योजना बना रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी हो।