नई दिल्ली-स्ट्रीट फूड पर गुणवक्ता मानक लागू करने के इरादे से सरकार स्ट्रीट वेंडरों को विनियमित करने का विचार कर रही है। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने आज यह जानकारी दी।
यह फैसला लेना कठिन
राजेश कुमार ने कहा कि यह फैसला कठिन है, लेकिन इस पर गौर करना होगा।FSSAI के वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अन्य देशों से स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के लिए उनके नियमों के बारे में जानकारी मांगी। राजेश कुमार ने कहा कि विदेशी पर्यटकों ने सुना या नोटिस किया होगा कि भारत में सबसे अच्छा खाना सड़क पर स्ट्रीट फूड विक्रेताओं द्वारा परोसा जाता है।
सरकार लाने वाली है विधेयक
राजेश कुमार ने कहा कि वह इस मुद्दे पर इसलिए बात कर रहे हैं क्योंकि विभाग संसद के इस मानसून सत्र में एक विधेयक पेश कर रहा है, जो औपनिवेशिक काल के कई छोटे अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने का प्रयास करता है, जिसमें छोटे अपराधों के लिए कारावास का प्रावधान था।
खाद्य सुरक्षा में सुधार के लिए वैश्विक दृष्टिकोण का आह्वान
राजेश कुमार सिंह ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में सुधार करते हुए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मानकों और प्रणालियों को मजबूत करके खाद्य सुरक्षा में सुधार के लिए एक नए वैश्विक दृष्टिकोण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक परिप्रेक्ष्य से, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता है और खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने के लिए एक आवश्यक कदम है।
उन्होंने कहा कि यह काम आसान नहीं है क्योंकि दुनिया अब अधिक आपस में जुड़ी हुई है और खाद्य प्रणालियां पहले से कहीं अधिक तेजी से बदल रही हैं और भोजन का उत्पादन, प्रबंधन, वितरण और उपभोग उन तरीकों से किया जा रहा है जिनकी कुछ दशक पहले उम्मीद नहीं की गई थी।