नई दिल्ली- करोड़ों खाताधारकों को ध्यान में रखते हुए डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) की ओर से सभी बैंकों को निर्देश दिये गए हैं. डीआईसीजीसी (DICGC) ने 31 अगस्त तक बैंकों से वेबसाइट और इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर लोगो और क्यूआर कोड प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए कहा है. इसका सबसे ज्यादा फायदा एचडीएफसी (HDFC), एसबीआई (SBI) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के ग्राहकों को मिलेगा. इन तीनों ही बैंकों का देश में सबसे ज्यादा कस्टमर बेस है.
जागरूकता पैदा करने के उद्देश से किया बदलाव
एचडीएफसी देश का सबसे बड़ा बैंक है. वहीं, एसबीआई की बात करें तो यह पब्लिक सेक्टर का देश का सबसे बड़ा बैंक है. डीआईसीजीसी (DICGC) की ओर से बीमा योजना के बारे में जागरूकता निर्माण करने के उद्देश से ऐसा किया गया है. बैंकों में 5 लाख रुपये तक की जमा राशि का बीमा डीआईसीजीसी (DICGC) करता है. डीआईसीजीसी की बीमा योजना के तहत कमर्शियल बैंकों, लोकल एरिया बैंक (LAB), पेमेंट बैंक (PB), लघु वित्त बैंकों (SFB), रीजनल रूरल बैंकों (RRB) और सहकारी बैंकों (Co-Operative Banks) की जमाएं शामिल हैं.
केंद्रीय बैंक की सलाह से फैसला किया गया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सब्सिडियरी कंपनी ने एक सर्कुलर में कहा कि जमा बीमा विशेष रूप से छोटे जमाकर्ताओं की सुरक्षा करने, बैंकिंग सिस्टम में भरोसा पैदा करने और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. सर्कुलर में कहा गया, ‘केंद्रित और लगातार जमा बीमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक की सलाह से यह निर्णय लिया गया है. इस निर्णय में डीआईसीजीसी (DICGC) के साथ पंजीकृत सभी बैंक अपनी वेबसाइट और इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर डीआईसीजीसी के लोगो और डीआईसीजीसी वेबसाइट से जुड़े क्यूआर कोड को प्रमुखता से प्रदर्शित करेंगे.’
सर्कुलर में कहा गया कि लोगो और क्यूआर कोड को दर्शाने से ग्राहकों को डीआईसीजीसी की जमा बीमा योजना के अंतर्गत आने वाले बैंकों को पहचानने में मदद मिलेगी. इसके अलावा इससे जमा बीमा के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी. सभी संबंधित बैंकों को एक सितंबर, 2023 से इसका अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. डीआईसीजीसी (DICGC) के पास पंजीकृत बीमाकृत बैंकों की संख्या 31 मार्च, 2023 तक 2,027 थी. इसमें 140 वाणिज्यिक बैंक शामिल थे.