मुंबई- मेडिकल की पढ़ाई प्राईवेट संस्थान से करना, पहले से ही बहुत महंगी है. मंहगी फीस के चलते मेडिकल की पढ़ाई करना बहुत से स्टूडंट्स के लिए सपना बनकर ही रह जाता है. अब मेडिकल की पढ़ाई करने का प्लान करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक और झटका देने वाली खबर है. महाराष्ट्र के कई मेडिकल कॉलेजों में सालाना एक लाख रुपये फीस बढ़ाई है. फीस बढ़ाने पर पेरेंट्स का कहना है कि फीस पहले से ही पहुंच से बाहर है.
ज्यादातर कॉलेजों की फीस 10 लाख रुपये सालाना से भी ज्यादा हैं. प्रखर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, सांगली ने पिछले साल फीस में 40% की कटौती की थी. यहां की सालाना फीस 7.05 लाख रुपये है. पिछले साल 8.4 लाख से 4.84 लाख तक आ गई थी. फीस के आंकड़ों पर फीस रेगुलेटिंग अथॉरिटी ने कहा है कि इस वर्ष कॉलेज ने अन्य की तुलना में सबसे अधिक फीस बढ़ाई है.
फीस रेगुलेटिंग अथॉरिटी कॉलेजों से फीस वृद्धि के प्रस्ताव आमंत्रित कर फीस तय करने से पहले उनके खर्च और बैलेंस शीट की जांच पड़ताल करता है. कॉलेज की फीस बढ़ोतरी का प्रस्ताव तब ही मंजूरी किया जाता है जब यह उचित हो. इसके बाद फीस तय की जाती है.
पुणे में इन दो नए कॉलेजों को छोड़कर सभी मेडिकल कॉलेजों की फीस 2023-24 सत्र के लिए तय की गई है. ये कॉलेज अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और पालघर के वेदांता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हैं.पुणे के काशीबाई वाले मेडिकल कॉलेज में 14.23 लाख रुपये ट्यूशन फीस है. पिछले साल यह 13.91 लाख रुपये थी. कम फीस के लिए जाने जाने वाले मेडिकल कॉलेजों में कुछ साल पहले तक 6 लाख फीस थी. अब यह बढ़कर 8 लाख रुपये हो गई है.