बुलढाणा- समृद्धि हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस पर इनपर अंकुश लगाने हेतु बुलढाणा जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कड़ासने ने मीटिंग आयोजित कर एक समिति का गठन किया है. जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कड़ासने द्वारा उठाए गए इस कदम से अवश्य ही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा ऐसी आशा है. उनकी इस पहल की सराहना की जा रही है.
जिले के सिंदखेडराजा में समृद्धि राजमार्ग पर एक निजी लक्जरी बस में हादसे के बाद आग लगने से 25 लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनजर बुलढाणा जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कड़ासने ‘एक्टिव मोड पर हैं. इन आकस्मिक मौतों को रोका जाए, आजकल हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 4 जुलाई को जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कड़ासने के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग ने प्रभावित विभाग के अधिकारियों की विशेष बैठक ली.इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग, एमएसआरडीसी विभाग, उप-क्षेत्रीय परिवहन विभाग, राजमार्ग पुलिस विभाग, मेहकर और सिंदखेडराजा डिवीजन के पांच पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों और जिला लोक अभियोजक ने अपनी भागीदारी दर्ज की.
समृद्धि हाईवे पर वाहनों की जांच की जाएगी
आयोजित मीटिंग में जानकारी देते हुए जिला पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि जिले से गुजरने वाले समृद्धि मार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 5 पुलिस स्टेशनों की एक समिति बनाई गई है, समृद्धि पर इन दुर्घटनाओं को कहीं न कहीं रोका जाना चाहिए.समृद्धि मार्ग के लिए क्या उपाय योजना बनानी चाहिए? इस पर विचार-विनिमय हुआ? 87 किमी समृद्धि राजमार्ग जिले से होकर गुजरता है.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर दुर्घटनाएं बुलढाणा जिले में हुई और ये दुर्घटनाएं रात के समय में हुईं और ज्यादातर दुर्घटनाएं कार की थीं. समृद्धि पर दिन-रात पुलिस विभाग का पहरा रहेगा.
समृद्धि पर सबसे ज्यादा कार दुर्घटनाएं
समृद्धि हाईवे पर अब तक 22 कार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. इस हादसे की वजह गाड़ी की रफ्तार, ड्राइवर को नींद आना, ड्राइवर का नियंत्रण खोना और कई अलग-अलग कारण सामने आए हैं. इस कारण से, आगे की दुर्घटनाओं से बचने के लिए, बैठक में समृद्धि राजमार्ग पर दिशा-निर्देश बोर्ड लगाने, निर्धारित लेन में वाहन चलाने, जनता के बीच समृद्धि राजमार्ग पर यात्रा करने के लिए जागरूकता पैदा करने, चालक को सो जाने से रोकने के उपाय करने का प्रस्ताव रखा गया. हर 40 से 45 किलोमीटर पर जलपान केंद्र स्थापित करें, सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनाएं. बैठक में कई उपाय तय किए गए ताकि ड्राइवर का दिमाग सक्रिय रहे. जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कड़ासने द्वारा गठित समिति के अधिकारी एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे.