नई दिल्ली- केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के लड़खड़ाए शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने में जुटे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूईटी) में शामिल न होने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों को भी दाखिले की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इसे हर हाल में जुलाई के अंत पूरा करने के लिए कहा है। इसके साथ ही सीयूईटी में शामिल सभी विश्वविद्यालयों को भी दाखिले से जुड़ी पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि, सीयूईटी का परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद ही इसे शुरू किया जा सके।
सीयूईटी से जुड़े दो सौ विश्वविद्यालय
सीयूईटी से अभी करीब दो सौ विश्वविद्यालय ही जुड़े हैं। छात्रों के भटकाव को रोकने के लिए यूजीसी ने भले ही सीयूईटी की शुरुआत की है, जिसमें छात्रों को दाखिले के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों में आवेदन करने और दाखिले के लिए दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है। बल्कि वह एक ही आवेदन करके सभी में दाखिला पाने के योग्य हो जाता है। हालांकि, इससे अभी सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित करीब दो सौ विश्वविद्यालय ही जुड़ पाए हैं। जबकि, देश में मौजूदा समय में एक हजार से ज्यादा विश्वविद्यालय व करीब 40 हजार कालेज हैं।
अगस्त से नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई हो शुरू
यूजीसी का मानना है कि सभी संस्थानों की दाखिले की प्रक्रिया को एक समय में पूरा किए बगैर शैक्षणिक सत्र को पटरी पर नहीं लाया जा सकता। यूजीसी ने इसके साथ ही विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को यह निर्देश भी दिया है कि वे एक अगस्त से नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई शुरू कर दें, ताकि समय पर कोर्स पूरा हो सके और परीक्षा भी समय पर ही कराई जा सके।
शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाना एक कठिन
सूत्रों की मानें तो शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाना एक कठिन चुनौती है। बावजूद इसके अग्रिम तैयारियों के जरिये इसे पटरी पर लाया जा सकता है। यूजीसी की कोशिश भी यही है। सीयूईटी को वह पूर्व निर्धारित अवधि में पूरा करने के बाद अब समय पर परिणाम भी देने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक सीयूईटी का परिणाम आ जाएगा। इसके बाद दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।