महाराष्ट्र में ओबीसी की कुछ जातियों को केंद्र की सूची में किया गया सम्मिलित

मुंबई- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने बताया कि लोधी, लिंगायत, भोयार पवार, झंडसे सहित कुछ अन्य पिछड़ी जातियों को केंद्रीय सूची में सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा की जा रही है।

छह माह में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी

महाराष्ट्र हाउस में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। हंसराज अहीर ने कहा की पिछले छह माह में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि राज्य की कुछ ओबीसी जातियों को केंद्रीय सूची में सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग का काम अच्छा चल रहा है।.

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की स्थापना वर्ष 1993 में हुई थी और वर्ष 2018 में इस आयोग को संवैधानिक दर्जा मिला। आयोग की सक्रियता से पिछड़ा वर्ग के छात्रों को बल मिल रहा है। शैक्षणिक सत्र वर्ष 2021-22 में चिकित्सा क्षेत्र में ली गई छलांग को उल्लेखनीय बताते हुए अहीर ने बताया कि देश भर में क्रमश: 1,500 और 2,500 छात्र एमबीबीएस और एमडी कोर्स में दाखिला लिया है।

इसके साथ ही वर्ष 2020-21 से केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सेनिक स्कूल में 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया। इसके परिणामस्वरूप शैक्षणिक सत्र 2021-23 में 1,29,414 विद्यार्थियों को केन्द्रीय विद्यालय में प्रवेश मिला, जबकि 59,243 विद्यार्थियों को नवोदय विद्यालय में प्रवेश मिला। देश भर के कुल 33 सेन्य विद्यालयों में वर्ष 2021- 22 में लगभग 32.91 प्रतिशत ओबीसी छात्रों को प्रवेश मिला है।

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