विधायक वसंत खंडेलवाल जी की गाड़ी को बिच रस्ते में गलत उद्देश से ऑटो वाले ने रोका और मोबाइल छिना ; थाने में शिकायत दर्ज | यूपी की तर्ज पर अब राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करना पड़ेगा और यहाँ के बुड़ोजर को जलयुक्त शिवार के बजाय अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए लगाना होगा |

 अकोला : अकोला के विधान परिषद विधायक वसंत खंडेलवाल जी की गाड़ी को बिच रस्ते में गलत उद्देश से एक ऑटो वाले ने रोका और मोबाईल छिना, यह घटना कल रात 10.05 बजे गोरक्षन मार्ग स्थित खंडेलवाल भवन के सामने हुई। विधायक खंडलेवाला जी ने शिकायत में बताया की ऑटो में सवार होकर आए लोगों ने उन्हसे असामजिक बर्ताव किया.

      विधायक वसंत खंडेलवाल अकोला-वाशिम-बुलढाणा स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद् के भाजपा से विधायक हैं और विधायक वसंत खंडेलवाल पश्चिम विदर्भ के बड़े सर्राफा कारोबारी हैं । असामजिक हर्कत करने वाले ऑटो चालक को हिरासत में ले लिया गया है. विधायक वसंत खंडेलवाल ने हमारे प्रतिनिधि को जानकारी दी और बताया की.वे नियमित कार्य कर खंडेलवाल भवन से घर की और जा रहे थे, तभी रास्ते में आरोपी ऑटो चालक ने ऑटो बिच में खड़े कर के गाड़ी को जाने से रोका जब विधायक ने गाड़ी से उतर कर ऑटो हटाने को कहा तो वहः धमकी देने लगा और आंग पे आने लगा तब खंडेलवाल जी ने मोबाइल से ऑटो नबंर का फोटो निकाला तभी आरोपी ने विधायक से मोबाईल छिन लिया   इस संबंध में खदान पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अकोला में हाल ही में हुए दंगे के बाद सत्ताधारी विधायक के साथ हुई यह घटना बहुत गंभीर बात है..

     विधायक वसंत खंडेलवाला को अकोला पुलिस ने पिछले पांच दिनों से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। इस घटना के बाद अकोला में कानून व्यवस्था पर एक तरह से सवाल उठ रहे है कि असामाजिक तत्वों को कानून कायदे का डर ही नहीं है. जबकि अकोला के पालक मंत्री पुरे राज्य के स्वयम गृह मंत्री है .

अकोला में बढ़ी कुछ ऑटो चालकों की दादागिरी अकोला शहर में परिवहन व्यवस्था की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। ऑटो चालकों की लापरवाही के कारण आये दिन शहर में जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इस प्रकार की ट्रैफिक पुलिस ने इन पर अंकुश लगाने के लिए शहर में अनियंत्रित चालकों को अनुशासित करने के लिए नियमित कार्रवाई शुरू करनी चाहिए। विधायक वसंत खंडेलवाल ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि इसका समाधान तुरंत निकाला जाए, अब इस शहर में कसी की भी दादा गिरी नहीं चलेगी।

कुछ दिन पहले एक ऑटो चालक ने अकोला रेलवे स्टेशन परिसर में ड्यूटी पर तैनात कर्तव्य दक्ष टीसी पर ऐसे ही हमला किया था. सोचने वाली बात है की अकोला में क्राइम का रिकॉर्ड बढ़ते जा रहा और कायदे कानून का डर निकलते जा रहा.

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