Supreme Court Judge Swearing-In Ceremony:.19 मई को आंध्र प्रदेश के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ वकील कल्पथी वेंकटरमण विश्वनाथन (KV Viswanathan) ने पद की शपथ ली है. जस्टिस मिश्रा मूल रूप से छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के हैं. वहां से सुप्रीम कोर्ट आने वाले वह पहले जज हैं. वहीं, जजों की वरिष्ठता सूची के हिसाब से केवी विश्वनाथन 2030 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनेंगे.
सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने केंद्र सरकार से प्रशांत कुमार मिश्रा और केवी विश्वनाथन को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने की सिफारिश की थी. केवी विश्वनाथ बार से सीधे पदोन्नत होकर सुप्रीम कोर्ट जज बनाए गए हैं. उनकी सिफारिश करते हुए कॉलेजियम ने लिखा था कि केवी विश्वनाथन बार एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य हैं और सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने के लिए उपयुक्त व्यक्ति हैं. उनकी नियुक्ति से शीर्ष अदालत में बार का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा.
दो जज हुए थे रिटायर
केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश करके फाइल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेजी, जिस पर महामहिम ने हस्ताक्षर करके दोनों के नाम पर मुहर लगा दी. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने दोनों को पद की शपथ दिलाई.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से दो जज रिटायर हुए थे, जिसके चलते शीर्ष अदालत में जजों की संख्या 34 से घटकर 32 रह गई थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने दो जजों की नियुक्ति की अनुशंसा केंद्र को भेजी थी, जिसे मंजूर कर लिया गया. अभी चार और जज शीर्ष अदालत से रिटायर होने वाले हैं. इसके बाद फिर से जजों की नियुक्ति की जरूरत पड़ेगी.
खास लिस्ट में जस्टिस विश्वनाथन
केवी विश्वनाथन उन वकीलों की खास लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जो बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज बनने के बाद देश के मुख्य न्यायाधीश बनेंगे. अभी तक सिर्फ दो चीफ जस्टिस इस तरह से बने हैं. जस्टिस एसएम सीकरी देश के पहले ऐसे सीजेआई थे, जो बार से सीधे प्रमोट करके सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे. जस्टिस यूयू ललित का इस लिस्ट में दूसरा नंबर था. सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश पीएस नरसिम्हा तीसरे सीजेआई होंगे, जिन्हें बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट की पीठ में शामिल किया गया है.