अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप जी मिश्रा का श्री स्वामी समर्थ शिव महापुराण कथा का भव्य कार्यक्रम अकोला में , इस प्रकार होगी समय सारिणी,यहाँ पढ़े पुरी जानकारी

अकोला- 5 मई से 11 मई तक अकोला जिले के महिसपुर में पंडित प्रदीप जी मिश्रा द्वारा श्री स्वामी समर्थ शिव महापुराण कथा और बालकथा व्यास पं. श्रीकृष्णजी दुबे  की वाणी से भागवत कथा हो रही है। इस कार्यक्रम की जानकारी आज पत्रकार परिषद् के माध्यम से  रूपेश चौरसिया और विजय जगदीशप्रसाद दुबे ने दी और कहा की 200 एकड़ परिसर में से 40 एकड़ के क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मुख्य मंडप का निर्माण किया गया है. साथ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी, शौचालय, सुरक्षा और गर्मी के दिनों को ध्यान में रखते हुए सैकड़ों कूलरों की व्यवस्था की जा रही है.

पंडित प्रदीप मिश्रा जी की इस महाकथा का समय प्रातः 8 से 11 बजे तक निर्धारित किया गया है. तथा भगवत कथा दोपहर 3 से 30 बजे बाल कथाकार पं. श्रीकृष्णजी दुबे की वाणी से प्रारंभ होगी जो सायं. 6 बजे तक चलेगी। देश भर में विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करते समय महाकथा को विभिन्न नाम दिए जाते हैं l इसी तर्जपर  पं. प्रदीप मिश्राजीने ने अकोला जिले के महिसपुर में आयोजित महाकथा को “श्री स्वामी समर्थ महापुराण कथा” का नाम दिया है.

निशुल्क भोजन व्यवस्था साथ ही यह व्यवस्थाए भी होंगी

कथा सुनने व देखने आने वाले लाखों भक्तो के भोजन की व्यवस्था कार्यक्रम स्थल पर सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक निर्बाध रूप से चलती रहेगी। तथा 20 लाख लीटर पानी की व्यवस्था भी की गई हैl श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। कथा श्रवणस्थली में श्रद्धालुओं के लिए एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही डॉक्टरों की मेडिकल टीम के साथ 5 एंबुलेंस लगातार कथा स्थल पर तैनात रहेंगी। धार्मिक, भक्ति सामग्री, मथुरा की मिठाई, भोजन आदि की सैकड़ों दुकानें श्रद्धालुओं के खरीदारी के लिए उपलब्ध होंगी।

सैकड़ों महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 100 महिला बाउंसर होंगी। सेवा के लिए 10 हजार सेवादार सेवा दे रहे हैं। प्रदेश एवं पड़ोसी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 50-50 एकड़ में 2 अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस कथा को सफल बनाने रूपेश (बंटी) चौरसिया एवं विजय जगदीशप्रसाद दुबे, श्री राधे कृष्ण सेवा समितिअकोला, अर्जुन समाज बहुउद्देश्यीय गणेशोत्सव मंडल भी अथक प्रयासरत है। इसमें अकोला के विभिन्न मंदिरों के पुजारी, ट्रस्टी, पदाधिकारी आपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं, इसलिए इस कथा को श्रवण एवं तथा सफल बनाने के लिए अकोला के सभी नागरिक अपना अमूल्य योदान दे एसा आयोजकों ने अनुरोध किया है.

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