नई दिल्ली- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को कहा कि एक भारतीय कंपनी के द्वारा बनाया गया एक कफ सिरप मार्शल द्वीप और माइक्रोनेशिया में दूषित पाया गया है।विश्व स्वास्थ्य संगठनने मेडिकल अलर्ट जारी करते हुए भारत में निर्मित गुएफेनेसिन कफ सिरप को दूषित बताया है। डब्ल्यूएचओ ने जानकारी दी है कि पंजाब की क्यूपी फार्माकेम लिमिटेड कंपनी इस कफ सिरप का उत्पादन करती है।
पंजाब की कंपनी के नाम आए सामने
क्यूपी फार्मा केम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, सुधीर पाठक ने इस मुद्दे पर कहा कि पंजाब के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को संदेह है कि किसी ने भारत सरकार को बदनाम करने के लिए कंबोडिया भेजे गए उत्पाद (खांसी की दवाई) की नकल की है और फिर इसे मार्शल द्वीप और माइक्रोनेशिया में बेच दिया है। एफडीए विभाग ने जांच के लिए कंबोडिया भेजे गए कफ सिरप के सैंपल ले लिए हैं। कफ सिरप की कुल 18,336 बोतलें भेजी गईं।
सिरप को केवल कंबोडिया की मिली थी अनुमति
बताया जा रहा है कि जिस कफ सिरप की गुणवत्ता पर डब्ल्यूएचओ ने सवाल उठाए हैं, वह सिरप भारत से केवल कंबोडिया भेजे जाने की अनुमति दी गई थी। यह मार्शल द्वीप और माइक्रोनेशिया तक कैसे पहुंचा? इसके बारे में कोई सूचना नहीं है। यह सिरप भारतीय बाजार में भी मौजूद है।