अकोला- महाराष्ट्र के अकोला जिले में तूफानी हवा और बारिश के चलते कई लोगों की जान चली गई है. जिले के बालापुर तहसील के पारस इलाके में स्थित बाबूजी महाराज मंदिर परिसर के टिन शेड पर नीम का पेड़ गिर गया. इससे शेड धराशायी हो गया. इसके बाद वहां शेड में मौजूद 7 लोगों की मौत हो गई. जबकि 33 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं. कुल 30 से 40 लोग टीन शेड के नीचे बारिश और आंधी के वक्त मौजूद थे. चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. बाकी तीन मौतें अस्पताल में हुई हैं. घायलों का इलाज अकोला मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
शेड के नीचे करीब 40 लोग थे,
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद बचाव कार्य के लिए टीम घटनास्थल पर पहुंची. साथ ही मलबे को हटाने के लिए जेसीबी भी बुलाई गई. बचाव कार्य के दौरान तेज बारिश और आंधी के चलते टीम के सदस्यों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. वहीं टीन शेड गिरने के बाद अपनों की खोजने में लोग इधर-उधर भटकते हुए नजर आ रहे थे. अकोला जिले की कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने बताया कि घटना के दौरान शेड के नीचे करीब 40 लोग मौजूद थे, जिनमें से 33 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
इनमें से 7 की मौके पर मौत हो गई थी. बाद में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने घटना में कुछ श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया. फडणवीस ने ट्वीट कर लिखा, ‘यह घटना दर्दनाक है. मैं उनके प्रति विनम्र सम्मान व्यक्त करता हूं.’ डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा, ‘कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया और घायलों का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया.’
घायलों के इलाज के बारे में बात करते हुए फडणवीस ने ट्वीट कर लिखा, ‘घायलों में से कुछ को जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है और मामूली चोटों का इलाज बालापुर में चल रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘सीएम एकनाथ शिंदे ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है.’