भारत संयुक्त राष्ट्र में सांख्यिकी आयोग और दूसरे प्रमुख सहायक निकायों का बना सदस्य ,1 जनवरी 2024 से शुरू होगा कार्यकाल

वॉशिंगटन : भारत को अत्यधिक प्रतिस्पर्धी चुनाव में अभूतपूर्व समर्थन के साथ संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग का सदस्य चुना गया है। भारत की विश्व संगठन के सर्वोच्च सांख्यिकीय निकाय में दो दशक बाद वापसी हुई है। एशिया प्रशांत देशों की श्रेणी में एक अन्य सीट के लिए हुए चुनाव में दक्षिण कोरिया ने चीन को हरा दिया। गुप्त मतदान के बाद कोई परिणाम नहीं निकल पाने पर ड्रॉ के जरिए दक्षिण कोरिया को चुना गया।
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग, मादक पदार्थ नियंत्रण संबंधी आयोग और संयुक्त राष्ट्र एचआईवी/एड्स कार्यक्रम समन्वय बोर्ड के सदस्य के रूप में चुना। सांख्यिकीय आयोग की सदस्यता के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी मुकाबले में भारत ने गुप्त मतदान के दौरान 53 मतों में से 46 मत प्राप्त किए। एशिया प्रशांत देशों की श्रेणी की दो सीट के लिए भारत, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात और चीन दावेदार थे।

2004 में भी बना था आयोग का सदस्य

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘भारत एक जनवरी 2024 से शुरू होने वाले चार साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च सांख्यिकीय निकाय के लिए चुना गया। भारतीय दल को एक प्रतिस्पर्धी चुनाव में इतनी मजबूती से जीत हासिल करने के लिए बधाई।’ जयशंकर ने कहा कि सांख्यिकी, विविधता और जनसांख्यिकी के क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता ने उसे संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में स्थान दिलाया है। इससे पहले, भारत 2004 में सांख्यिकी आयोग का सदस्य था और देश दो दशकों के अंतराल के बाद संयुक्त राष्ट्र एजेंसी में वापस आया है।

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