UPI Payment: यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस भारत में आम लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. लोग बिना बैंक अकाउंट नंबर की झंझट के केवल मोबाइल नंबर के जरिए ही एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. पैसों की लेनदेन करने के लिए यूपीआई यूजर्स दो तरीकों से पैसे सेव और ट्रांसफर कर सकते हैं. पहला तरीका है क्यूआर कोड स्कैन करके सीधे अपने बैंक खाते से दूसरे के अकाउंट में पैसों की लेनदेन करना. वहीं दूसरा विकल्प में उस यूपीआई ऐप के वॉलेट में पैसे स्टोर करके या क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट करना.
वॉलेट के जरिए भी किया जा सकता है यूपीआई पेमेंट
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट को इंटर ऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा बना दिया है. ऐसे में यूजर्स अब वॉलेट के जरिए भी पैसे दूसरे खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं, मगर इसके लिए केवल एक ही कंडीशन को पूरा करना होगा. उस मर्चेंट ने इस फैसिलिटी को चुना हो. इस सुविधा को चुनने के लिए उस व्यापारी को 1.1 फीसदी का इंटरचेंज चार्ज देना होगा.
यह चार्ज केवल पीपीआई मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर ही लागू होगा और इसके लिए ग्राहकों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. ध्यान रखें कि यह PPI Charge केवल 2,000 रुपये से ऊपर की राशि पर ही लागू होगा.
वॉलेट को इंटर ऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम बनाने से मिलेंगे यह फायदे
NPCI के इस कदम के बाद से अब यूपीआई वॉलेट को भी इंटर ऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा बनने की मान्यता मिल गई. इससे यूपीआई यूजर्स को पेमेंट करने के लिए अब ज्यादा ऑप्शन मिलेंगे. पहले यूजर्स केवल बैंक खाते के जरिए ही पेमेंट कर सकते थे, मगर अब इसमें रुपे क्रेडिट कार्ड और अब वॉलेट को भी जोड़ दिया गया है.
वॉलेट के जरिए कैसे कर सकते हैं यूपीआई पेमेंट
- वॉलेट के जरिए मर्चेंट को पेमेंट करना बेहद आसान है. इसमें ग्राहकों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. PPI चार्ज उस मर्चेंट को देना होगा जो पैसे ले रहा है.
- वॉलेट से पैसे पेमेंट करने के लिए आपको सबसे पहले अपने बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड से यूपीआई ऐप के वॉलेट में पैसे जोड़ने होंगे.
- इसके बाद आप QR कोड स्कैन करें. स्कैन करते ही आपको पेमेंट की राशि दिखने लगेगी.
- इसके बाद पेमेंट के लिए आपको बैंक खाते या वॉलेट का ऑप्शन दिखेगा.
- किसी एक का चुनाव करके आसानी से पेमेंट कर दें.