पुणे: लोकसभा क्षेत्र पुणे से भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता गिरीश बापट का बुधवार सुबह पुणे में निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटा, बहू हैं। बीजेपी के पुणे शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने गिरीश बापट के निधन की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोकप्रिय सांसद गिरीश बापट आज हमारे बीच नहीं रहे। कुछ समय पहले उनका निधन हो गया। बापट का इलाज पिछले डेढ़ साल से अस्पताल में चल रहा था।
जगदीश मुलिक ने कहा कि यह राज्य भर के भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए झटका है। बापट पिछले कुछ महीनों से सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं और उनका अस्पताल में डायलसिस भी किया जा रहा है।
सुबह बिगड़ी हालत
बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरीश बापट की तबीयत बिगड़ने की जानकारी आज सुबह सामने आई। बापट का इलाज फिलहाल पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू वार्ड) में चल रहा था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था क्योंकि उनकी हालत गंभीर हो गई थी। बापट के निधन की सूचना पर बीजेपी कार्यकर्ता दीनानाथ मंगेश अस्पताल के बाहर जमा हो गए। बड़े नेता चंद्रकांत पाटिल, देवेंद्र फडणवीस समेत पुणे के लिए रवाना हो गए।
बीजेपी को संकट में नहीं देख सकते थे बापट
गिरीश बापट बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे और पुणे की राजनीति में उनका कई सालों तक दबदबा रहा। हालांकि पिछले कुछ सालों से गिरीश बापट गंभीर बीमारी की वजह से राजनीति से दूर थे। विधानसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल लगभग समाप्त हो चुका था। हाल ही में हुए कस्बा पेठ उपचुनाव में जब भाजपा पार्टी संकट में थी, तो गिरीश बापट ने अपनी बीमारी को दरकिनार कर कार्यकर्ताओं की बैठक में भाग लिया। इस सभा में आते वक्त भी गिरीश बापट की नाक में ट्यूब और उनके साथ ऑक्सीजन सिलेंडर लगा हुआ था।
ऐसी स्थिति में भी गिरीश बापट ने भाजपा कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देकर उन्हें प्रेरित करने का प्रयास किया। इस सभा में बोलते समय गिरीश बापट को सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी। हालांकि, गिरीश बापट ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर अपनी उपलब्धि हासिल की.
नेजल कैनुला के साथ वोट देने पहुंचे थे गिरीश बापट
गिरीश बापट कस्बा पेठ विधानसभा उपचुनाव में नेजल कैनुला मशीन लगाए व्हीलचेयर पर बैठकर वोट देने मतदान केंद्र पहुंचे थे। बापट इस सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे। वह 2019 में पुणे से सांसद बने।