वुमन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों ने कमाल का प्रदर्शन कर दिखाया है। घरेलू जमीन पर शानदार प्रदर्शन करते हुए इंडियन लड़कियों ने चार गोल्ड मेडल जीते। इसकी शुरुआत नीतू घणघष ने 45-48 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर की। उनके उपरांत स्वीटी बूरी ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। अगले दिन निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड जीतकर देश को तीसरा पदक दिलाया और प्रतियोगिता ख समाप्त होने से पहले लवलीना बोरगोहेन ने 70-75 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर इंडिया की झोली में चौथा स्वर्ण डाला।
इंडियन ने 17 वर्ष के उपरांत महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में चार गोल्ड मेडल जीते हैं। यह प्रतियोगिता इंडिया की राजधानी दिल्ली में हो रही थी और घरेलू जमीन पर बेटियों ने 4 गोल्ड जीतकर सभी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गोल्ड मेडल जीतने वाली मुक्केबाजों को बधाई दे दी है।
नीतू ने की शुरुआत: नीतू ने 45 से 48 किलोग्राम भारवर्ग में मंगोलियाई पहलवान को हराकर गोल्ड मेडल पद जीता। नीतू ने मंगोलिया की लुत्साइखान को हारा दिया है। यह मुकाबला बहुत रोमांचक था और दर्शकों के लिए अंतिम तक विजेता का अंदाजा लगाना मुश्किल था। मैच के नतीजे का एलान होने से पहले तक दोनों खिलाड़ी जीत का जश्न मनाने के लिए तैयार दिख रही थीं, लेकिन अंत में इंडियन पहलवान ने जीत हासिल की और मंगोलिया की पहलवान को निराशा भी हाथ लग गई है।