हमारे शरीर में कितना पानी, कितनी हवा और दूसरे तत्व? जाने शरीर से जुडा विज्ञानं

मानव शरीर एक आश्चर्यजनक मशीन है. जो दिन रात चलती रहती है. इसके चलने से ही शरीर चलता है और शरीर को ऊर्जा मिलती रहती है. यही मशीन हमारे भोजन को ऊर्जा में बदलकर शरीर को चलाए रखती है. इस मशीन में 95 फीसदी हवा और पानी है और इसके बाद जो 05 फीसदी जगह बचती है उसमें धरती के ही कई तत्व हैं.

इसमें आक्सीजन, नाइट्रोजन, सोडियम, पोटैशियम, फास्फोरस और कई तत्व होते हैं. और इनका रहना शरीर के लिए जरूरी भी है. जब भी इनमें से कुछ कम या ज्यादा हो जाता है तो शरीर का संतुलन गड़बड़ होने लगता है और वो बीमारियों को न्योता देता है. हम जानेंगे कि शरीर में कौन से तत्व होते हैं और वो क्या भूमिका निभाते हैं.

साथ ही ये भी जानेंगे कि जो खाना हम खाते हैं, वो कितना हमारे रोज के कामों के लिए हमें एनर्जी देता है तो कितना हिस्सा शऱीर के अंदरूनी कामकाज में खर्च होता है. वैसे हम आपको बता दें हमारा करीब आधा खाना वेस्ट के तौर पर बाहर आता है.

शरीर में किसका हिस्सा कितना

शरीर में अलग अलग तरह के पार्ट हैं, कुछ माइक्रो तो कुछ माइक्रोमॉलिक्यूलर स्तर के. शरीर कुछ तत्व तो कामन हैं . पानी और हवा के बाद 05 फीसदी तत्वों में आक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, कार्बन, कैल्शियम और फास्फोरस होगा. इसके अलावा बहुत कम मात्रा यानि 0.85 फीसदी सल्फर, पोटैशियम, सोडियम, क्लोरीन और मैग्नीशियम होता है. हवा और पानी के अलावा ये 11 तत्व शरीर के लिए बहुत जरूरी तत्व होते हैं. 0.15 फीसदी बचे तत्व ट्रेस एलीमेंट्स कहे जाते हैं.

अगर हम 68 किलोग्राम भार वाले मनुष्य के शरीर का रासायनिक विश्लेषण करें तो हमें उसके शरीर से 44.23 किलोग्राम आक्सीजन, 12.25 किलोग्राम कॉर्बन, 6.8 किलोग्राम हाइड्रोजन, 2.04 किलोग्राम नाइट्रोजन, 1.09 किग्रा सोडियम, 204 ग्राम क्लोरीन, 170.1 ग्राम सल्फर यानि गंधक, 34 ग्राम मैग्नीशियम, 2.7 ग्राम लोहा औऱ 337.5 ग्राम दूसरे खनिज पदार्थ प्राप्त होंगे.

कौन क्या काम करता है शरीर में 

इन सभी तत्वों के मिलने से ही एक शरीर और उसके अंदर की कोशिकाएं ऊतक और दूसरे अंग बने होते हैं. शरीर के लिए जरूरी कार्बोहाइड्रेट, चीनी, वसा कार्बन और हाइड्रोजन से मिलकर बनते हैं. हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, कार्बन, आक्सीजन आदि मिलकर प्रोटीन बनाते हैं. कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों के निर्माण के काम में आता है. लोहा रक्त का मुख्य अवयव है. सोडियम और पोटैशियम शऱीर में नमक के रूप में रहते हैं.

खाने का आधा हिस्सा मल के तौर पर निकलता है

अब हम जानते हैं कि हम जितना खाते हैं, उसका कितना हिस्सा किस काम आता है. भोजन का केवल चौथाई हिस्सा हमें दिनभर के काम में आने के लिए एनर्जी देता है. चौथाई हिस्सा शरीर के आंतरिक संचालन पर खर्च होता है. आधा भोजन मल के तौर पर बाहर निकलता है.

आक्सीजन सबसे जरूरी

आक्सीजन शरीर का सबसे बड़ा तत्व है, जो बॉडी मास का 65 फीसदी होता है. काफी ज्यादा आक्सीजन पानी के फार्म में भी शरीर में रहती है. आक्सीजन शरीर के मेटाबोलिज्म में सबसे खास रोल निभाती है. सांस के लिए तो ये जरूरी है ही. इसके बगैर ना तो ब्रेन काम करेगा और हृदय और ना ही रक्त संचार सिस्टम और फेफड़े. ये शरीर के हर बड़े आर्गनिक मालिक्यूल में मिलता है, मसलन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और न्यूकलिक एसिड.

कॉर्बन

कॉर्बन अगला सबसे अहम एलीमेंट है, जो शरीर के बॉडी मास में 18 फीसदी होता है. ये शरीर की संरचना बनाने में अहम रोल अदा करता है. शरीर के तमाम आर्गनिक मोलिक्यूल के लिए ये बैकबोन का काम करता है.

हाइड्रोजन

हाइड्रोजन शरीर ही नहीं यूनिवर्स के लिए भी सबसे जरूरी है और यूनिवर्स का 75 फीसदी हिस्सा इसी का है. मानव शरीर में इसकी मौजूदगी 10 फीसदी होती है. ये पानी के फॉर्म के अलावा कई जरूरी आर्गनिक मॉलिक्यूल में मौजूद होता है.

नाइट्रोजन

नाइट्रोजन शरीर मास में 03 फीसदी होता है.एमीनो एसिड, न्यूकलिक एसिड और एडनोसिन ट्राईफास्फेट में मौजूद होता है, जिससे प्रोटीन, डीएनए, आरएनए औऱ एटीपी के अलावा एनर्जी को ट्रांसफर करने वाले मॉलिक्यूल तैयार होते हैं.

कैल्शियम

 कैल्शियम से हमारा शरीर तैयार होता है. ये हड्डियों से लेकर दांत तक को तैयार करती है. शरीर मास में इसकी मात्रा 1.4 फीसदी है. खाने में अगर कैल्शियम कम होने लगे तो शरीर का क्षय होने लगता है.

फास्फोरस 

फास्फोरस यूं तो तेज क्रिया करने वाला तत्व माना जाता है. ये धरती पर कभी स्वतंत्र तत्व के तौर पर इसी वजह से नहीं मिलता. फास्फेट्स जीवन के लिए जरूरी हैं. शरीर की आर्गनिक संरचना में ये बहुत अहम है. और दूसरे कामों में भी आता है. ये ह्यूमन बॉडी मास का 1.1 फीसदी होता है.

पोटैशियम और सल्फर 

पोटैशियम बॉडी मास का एक फीसदी होता है. न्यूरोसेल मेंबब्रेन में ये मुख्य भूमिका अदा करता है. सल्फर शरीर के लिए जरूरी दसवां हिस्सा है. शरीर में भी अहम रोल है इसका. ये भी शरीर के संरचनात्मक विकास में हर जगह मौजूद रहता है. हमारे बालों से लेकर त्वचा तक पर भी इसकी मौजूदगी होती है.

सोडियम, क्लोरीन और मैग्नीशियम

 सोडियम एक अल्कली तत्व है, जो नमक में सामान्य तौर पर मिलता है. नर्व में काम आता है. क्लोरीन शरीर के एसिड बेस संतुलन में मुख्य भूमिका अदा करता है. इसके अलावा टेंडन, दांत और हड्डियों में भी इसकी उपयोगिता होती है. ये आमतौर पर नमक में मिलता है. ये लिवर फंक्शन में काम आता है और शरीर से आर्गनिक वेस्ट निकालने में काम आता है. मैग्नीशियम मानव शरीर के लिए सबसे कम जरूरी तत्व है. ये हमारे डीएनए, आरएनए और एटीपी से मिलकर काम करता है.

आयरन, फ्लोरीन और जिंक

कुछ और जरूरी तत्वों में आयरन, फ्लोरीन और जिंक हैं. आयरन जहां हीमोग्लोबिन और रक्त संचार में आक्सीजन को साथ रखने में अहम रोल अदा करता है तो फ्लोरीन दांत के लिए जरूरी है. जिंक का 300 एंजाइम्स और 1000 ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर्स में होता है. आंखों के लिए भी ये जरूरी होता है.

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