अकोला- भारत में एच 3एन2 इंफ्लुएंजा का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब इस वायरस के महाराष्ट्र में भी में मरीज मिल रहे हैं। वही अकोला के एक निजी अस्पताल में इस वायरस से मृत्यु हो होने की जानकारी प्राप्त हुई है , यह मरीज वाशिम का था जिसका अकोला में इलाज चलरहा था. इस मरीज की मौत होने के बाद उसके सैंपल जांच के लिए जीएमसी लैब भेजे गए थे। जिसमें उस मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव आने की जानकारी जीएमसी की ओर से प्राप्त हुई है। यह वायरस स्वाइन फ्लू का म्यूटेटेड वायरस है, जो धीरे धीरे पांव पसारता नजर आ रहा है।
स्कूल प्रशासन इसे हल्के में ना ले
यह वायरस बच्चो के लिए ज्यादा खतरा बन रहा. अकोला के कई स्कूलो में बच्चो को सर्दी खासी की शिकायते सामने आ रही है. जिला प्रशासन तत्काल इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सभी छोटे बच्चो को गर्मी वेकेशन अभी से ही दे दे.
वही जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या 13 पर
अकोला में गुरुवार को आरोग्य विभाग की ओर से की गई आरटीपीसीआर की 27 टेस्टिंग में 4 मरीजों की रिपोर्ट पाजिटिव मिलने की जानकारी है अब जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या 13 पर पहुंच गई है। 4 नए संक्रमित मरीज मिले हैं वह मरीज अकोला मनपा क्षेत्र से होने की जानकारी है। यह चारों भी मरीज महिलाएं हैं।
लेकिन खतरा अभी टला नहीं है..
नया संकट एच3एन2 वायरस के रूप में सामने आ रहा है। इंफ्लुएंजा का यह रूप सामान्य खांसी के लम्बे दौर, सांस लेने में कठिनाई, बुखार व अन्य लक्षणों के रूप में प्रकट हो रहा है। चिकित्सक इसे जीवन के लिए खतरा नहीं बता रहे हैं पर उनका यह भी कहना है कि यदि शरीर को कोई अन्य कठिनाई हो तो यह जोखिम भरा हो सकता है।
अकोला जीएमसी अधिष्ठाता डॉ. मीनाक्षी गजभिये नागरिको को सुचना देते हुए कहा, एचएन इंफ्लुएंजा का खतरा बढ़ता जा रहा है। हालही में वाशिम के एक मरीज की अकोला के निजी अस्पताल में मौत हो गई है। इस व्यक्ति के सैम्पल की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसलिए कोरोना की तरह इस वायरस से निपटने के लिए उपाययोजनाएं चलाई जानी चाहिए। नागरिक चिकित्सक की सलाह अनुसार इलाज करना आवश्यक है। सावधानी बरतना भी जरुरी है। लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। कोरोना जैसा बड़ा संकट गुजर गया तो उसके बाद अब इस वायरस से मुकाबला कठिन नहीं है पर इसके लिए एहतियात बरतना जरूरी है।