मुंबई- आखिरकार महाराष्ट्र राज्य लोकसेवा आयोग (एमपीएसी) के अभ्यर्थियों को राहत मिल गई। आयोग ने नई परीक्षा पद्धति इस साल की बजाय वर्ष 2025 से लागू करने का निर्णय लिया है। गुरुवार को ट्वीट कर आयोग ने यह घोषणा की । इसके बाद पुणे में आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।
इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एमपीएससी का आभार माना है। आयोग ने कहा है. कि राज्य सेवा मुख्य परीक्षा इस साल वर्णनात्मक पद्धति से न लेने की मांग उम्मीदवार कर रहे हैं। इससे कानून व्यवस्था का प्रश्न पैदा हो सकता है। इसलिए उम्मीदवारों को तैयारी के लिए समय देने पर विचार करते हुए नई परीक्षा पद्धति को वर्ष 2025 से लागू करने का फैसला लिया गया है।
एमपीएससी ने अब वस्तुनिष्ठ की बजाय वर्णनात्मक पद्धति से राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा लेने का निर्णय लिया है। आयोग इस नई परीक्षा पद्धति को इसी साल से लागू करना चाहता था। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार यह कह कर इसका विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि नई परीक्षा पद्धति की तैयारी के लिए समय की जरूरत है। इसलिए इसे 2025 से लागू किया जाए।
इसको लेकर परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों ने आंदोलन शुरू किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आयोग को पत्र लिखकर उम्मीदवारों की मांग मानने का आग्रह किया था। राज्य मंत्रिमंडल ने भी आयोग से उम्मीदवारों की मांग मानने की विनती की थी। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को आंदोलनकारी अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी।