Civil Aviation Ministry on COVID-19: चीन में कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ.7 से संक्रमण में काफी तेजी आने के बाद से भारत सरकार पूरी तरह से अलर्ट दिख रही है. देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने चीन, सिंगापुर समेत कई देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है.
आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट यात्रा से 72 घंटे पहले की होनी चाहिए. नागरिक उड्डयन मंत्रालय का यह फैसला नए साल पर 1 जनवरी से लागू हो जाएगा.
आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने चीन, सिंगापुर, हांगकांग, साउथ कोरिया, थाईलैंड और जापान से आने वाले यात्रियों के लिए अब आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी है. उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश के अनुसार अब विदेश से आने वाले यात्रियों को यात्रा से 72 घंटे पहले जारी की गई आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी.
मुंबई में होगा कोरोना ब्लास्ट?
उधर, जिस तरह से चीन के औद्योगिक शहरों में कोरोना ब्लास्ट हुआ है, उससे मुंबई वालों को भी डर सता रहा है. मुंबई शहर में बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या केवल 15 फीसदी है. ऐसे में क्या मुंबई वासियों के लिए कोरोना विस्फोट का खतरा अधिक है? यह जानने के लिए एबीपी न्यूज ने कोरोना एक्सपर्ट से बात की. संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. ईश्वर गिलाड़ा ने कहा, ”यह वेरिएंट पहले भी देश में आ चुका है. इस कारण से मुंबई में मामले बढ़ने की आशंका बेहद कम है.”
क्या इम्यूनिटी हुई है मजबूत?
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. ईश्वर गिलाड़ा ने आगे कहा, ”मुंबई के लोगों में फिलहाल हाइब्रिड इम्यूनिटी है क्योंकि कोरोना पीक काल के दौरान कई लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके थे, इस वजह से लोगों में इम्यूनिटी अधिक मजबूत है. अगर मामलों में वृद्धि होनी होती तो वह पहले ही हो जाती क्योंकि कई विदेशी यात्री पिछले एक महीने से मुंबई शहर में एंट्री कर रहे हैं लेकिन फिर भी मामलों में बढ़ोत्तरी नहीं देखी जा रही है. चीन में जो वेरिएंट फैल रहा है, वो भारत में पहले भी आ चुका है. मुंबई शहर के नागरिकों को डरने की कोई जरूरत नहीं है.”